देवास। एक करोड़ वृक्ष रोपित करने का संकल्प लेकर पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक और पर्यावरणविद शिप्रा पाठक विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए मां चामुण्डा की नगरी देवास में पधार रही हैं। पंचतत्व फाउंडेशन के मीडिया प्रभारी सैयद सादिक अली ने एक बताया कि शिप्रा पाठक पर्यावरण और नदियों के संरक्षण के लिए विगत 10 वर्षों से कार्य कर रही हैं। सुश्री पाठक के द्वारा 3600 किलोमीटर की नर्मदा नदी की पैदल परिक्रमा 108 दिन में पूर्ण की गई। इसके बाद भी मानसरोवर परिक्रमा, क्षिप्रा परिक्रमा, रामप्रिय सरयू की पदयात्रा और ब्रज चौरासी कोस की पदयात्रा कर पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण का अलख जगाया। सुश्री पाठक की मां नर्मदा में विशेष आस्था है क्योंकि मां नर्मदा नदी ही विश्व को ऐसी नदी है जो की विपरीत दिशा में बहकर विपरीत परिस्थितियों का सामना करने की प्रेरणा देती है। सुश्री पाठक के पर्यावरण हितैषी कार्यों की मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी सराहना की जा चुकी है और मुख्यमंत्री के साथ भी पौधा रोपण में भी सहभागिता कर चुकी हैं। पंचतत्व फाउंडेशन के मध्यप्रदेश में प्रसार के साथ बड़ी संख्या में नदियों के तट पर पौधारोपण और बीजारोपण का कार्य भी जारी है। 5 सितंबर 2022 को क्षिप्रा नदी बचाओ समिति के शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता के पश्चात पौधारोपण और प्रकृति संवाद के साथ ही देवास शहर के प्रशानिक अधिकारियों और गणमान्य पत्रकारों से भी अपने विचार साझा करेंगी।
