सोनकच्छ (संदीप गुप्ता)। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा समय-समय पर किसान हित में किए जा रहे दावे प्रशासनिक कार्य प्रणाली में पसरी अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं। जहां अन्नदाताओं को उपार्जन केंद्रों पर अपनी उपज का तोल कराने के लिए कई दिनों तक केंद्रों के सामने बाट जोहनी पड़ी, सोयाबीन बीज के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी….. वहीं अब शासन को बेची गई अपनी उपज के भुगतान हेतु बैंक के सामने खड़े होकर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

सुबह 6 बजे से बैंक पहुंचने लगते है किसान –
इन दिनों केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को अलग-अलग योजनाओं में राशि प्रदान की जा रही है।
किसानों को सम्मान निधि राशि, फसल बीमा योजना एवं समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की राशि के साथ अन्य योजनाओं की राशि का भुगतान जिला सहकारी बैंक के माध्यम से किया जा रहा है। जहां राशि निकालने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से किसानों के साथ अन्य ग्रामीण सुबह 6 बजे से बैंक के बाहर आकर खडे़ होने लगते हैं जबकि बैंक सुबह 10:30 बजे खुलती है और तभी टोकन बाटे जाते हैं। अपना नम्बर पहले आ जाए इसलिए कई ग्रामीण व किसान अलसुबह से आकर बैंक के बाहर बैठ जाते हैं।

बैंक के बाहर ही की पूजा-पाठ
ग्राम खेरिया साहू के किसान राजेन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि समर्थन मूल्य पर शासन को बेची गई अपनी उपज का भुगतान लेने के लिए वह पिछले दो दिन से लगातार जिला सहकारी बैंक में आ रहा था किन्तु टोकन नहीं ले सका। जिसके कारण वापस लौटना पड़ा। इसलिए राजेंद्र सिंह शुक्रवार सुबह 6 बजे से बैंक के बाहर आकर बैठ गया और यही पर बैठकर पुजा पाठ भी की। वही शुक्रवार को अपनी राशि प्राप्त करने बाद घर लौटा।