जिला योजना समिति की बैठक में हुआ जमकर हंगामा…
पहले बैठने की बात को लेकर, बाद में अतिक्रमण की बात को लेकर हुई जमकर बहस…
शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी से भी हुई सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी की बहस…
कलेक्टर कार्यालय के मीटिंग हाल में चल रही थी, जिला योजना समिति की बैठक…
प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी कर रहे थे, बैठक की अध्यक्षता
देवास कलेक्टर, SP सहित विधायक एवं जिले के आला अधिकारी भी थे, बैठक में मौजूद।
बैठक के बाद कांग्रेसियों ने की जमकर नारेबाजी।सांसद को दिखाए काले झंडे।
कलेक्ट्रेट के सामने कांग्रेसी और भाजपाइयों का लगा जमावड़ा…
एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल लगाया गया….
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा सांसद को समझना चाहिए कि अब वे जनता के प्रतिनिधि हैं किसी पार्टी के नहीं…

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देवास। देवास में आज जिला योजना समिति की बैठक काफी हंगामाखेज रही.। बैठक में देवास जिले के प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी और देवास लोकसभा संसद महेंद्रसिंह सोलंकी के बीच ना सिर्फ बहस बाजी हुई बल्कि नौबत तू तू मैं मैं तक जा पहुंची। बैठक में मंत्री पटवारी ने इसे अपना व्यक्तिगत अपमान बताते हुए सही समय पर सबक सिखाने की बात कही वही सांसद श्री सोलंकी ने अपने अपमान को लोकसभा क्षेत्र के 18 लाख मतदाताओं का अपमान बताया है। बैठक खत्म होने के बाद जहां संसद महेंद्रसिंह सोलंकी को कांग्रेसियों ने काले झंडे दिखाए वही बाहर बड़ी संख्या में भाजपाई भी इकट्ठे हो गए थे। हालांकि एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल बुला लिया गया था जिसने कोई बात बढ़ने से पहले ही हालात संभाल लिए।
दरअसल मामला कुर्सी का था। जिला योजना समिति की बैठक में सांसद के लिए उचित स्थान नहीं छोड़े जाने को लेकर सांसद ने नाराजगी जताई, क्योंकि मंत्री जीतू पटवारी के पास देवास शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी बैठे हुए थे। सांसद श्री सोलंकी ने उन्हीं की तरफ इशारा करते हुए जानना चाहा कि आखिर यह लोग यहां किस हैसियत से विराजमान है। इसी बात के चलते बात बढ़ गई और सांसद श्री सोलंकी और मंत्री जीतू पटवारी के बीच गहमागहमी हो गई। इसी दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने भी गर्मी पकड़ी और बहस बाजी ने तूल पकड़ लिया।
बाद में मंत्री पटवारी के बाजू में दूसरी तरफ संसद के लिए कुर्सी लगाई गई। जब बैठक शुरू हुई तो फिर एक बार मामला उस समय गरमा गया, जब संसद महेंद्र सोलंकी ने भू माफियाओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसमें भाजपाइयों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी की गंगा इंडस्ट्रीज के अतिक्रमण का सवाल उठाया तो एक बार फिर हंगामा हो गया।
बैठक के बाद जब सांसद महेंद्र सोलंकी और देवास विधायक गायत्री राजे पवार बाहर निकले तो वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए।
एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सांसद और विधायक को सुरक्षित उनके वाहनों तक पहुंचाया उसके बाद मीटिंग हॉल से मंत्री पटवारी और शहर अध्यक्ष मनोज राजानी सहित तमाम जनप्रतिनिधि बाहर निकले।