देवास में बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर पति पहुंचा कोर्ट…

कोर्ट बना पत्नी का मायका, न्यायाधीश ने दिया पति पत्नी को आशीर्वाद…

देवास की लोक अदालत ने लंबे अरसे से अलग रह रहे पति-पत्नी को मिलाया…

पति-पत्नी और उनके तीन मासूम बच्चों के खिलखिला उठे चेहरे…

सास ने बहू को भेंट की साड़ी, साले ने किया बारातियों का सत्कार…

शादी के दौरान साले ने घोड़ी पर नहीं बैठने दिया था, पति की वह इच्छा आज हुई पूरी…

देवास। देवास में बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर पति पहुंचा कोर्ट… ये नजारा किसी आम बारात का नहीं, बल्कि एक खास बारात का है… जी हाँ, आखिरकार देवास के बींजाना निवासी पवन कुमावत की करीब 11 बरस पहले खुद की शादी में घोड़ी पर बैठने की इच्छा आज पूरी हो ही गई।
दरअसल पवन का विवाह वर्ष 2008 में मालसापुरा निवासी करुणा के साथ पूरे रीति रिवाज के साथ हुआ था। पवन और करुणा के दो बेटियां और एक बेटा भी है,लेकिन दोनों के बीच आए दिन मनमुटाव और विवाद होते थे।और वजह यह कि साले ने शादी में घोड़ी पर नहीं बैठने दिया था, तो करुणा के मन में भी एक टिस थी कि मेरी सास ने मुझे कभी एक साड़ी तक नहीं दिलाई…
और यहीं बातें दोनों के बीच बड़े विवाद का कारण बन बैठी। मामला पुलिस थाने से लेकर कोर्ट पहुंचा। यहां तक की नोबत तलाक तक जा पहुंची थी। इस दौरान दोनों पति-पत्नी एक दूसरे से दूर रह रहे थे। और इनके तीन मासूम बच्चें अपना खुशहाल बचपना तलाश रहे थे…
कोर्ट पेशी के दौरान द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश गंगाचरण दुबे ने मामले में व्यक्तिगत रुचि दिखाते हुए दोनों की बातें सुनी और मध्यस्तता में यह बातें सामने आई कि यदि पवन की घोड़ी पर बैठने की इच्छा के साथ ही पत्नी करुणा को यदि उसकी सास एक साड़ी भेंट कर दे तो यह परिवार एक बार फिर बस सकता है। फिर क्या था……
कोर्ट के आदेश के बाद आज पवन घोड़ी पर सवार होकर बैंड-बाजे के साथ कोर्ट परिसर पहुंचा।इस दौरान बारातियों ने कोर्ट परिसर में भी जमकर आतिशबाजी की। क्योंकि कोर्ट की विशेष परमिशन जो थी…… यहां उसके साले और ससुराल पक्ष ने बारात का स्वागत सत्कार किया। बारात पत्नी के मायके बने द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश के कक्ष पहुंची।
जहां पत्नी की इच्छा के मुताबिक सास ने उसे एक साड़ी भेंट की। इस दौरान न्यायाधीश गंगाचरण दुबे ने अन्य न्यायाधीशों,वकीलों और आमजनों के बीच पति-पत्नी को आशीर्वाद दिया… और इसी के साथ दोनों पति-पत्नियों के साथ ही उनकी दो बेटियों और एक बेटे के चेहरे खिलखिला उठे।अब कोर्ट के आदेश के मुताबिक माह के प्रथम सोमवार को पवन अपनी पत्नी को लेकर परिवार परामर्श केंद्र जाएगा, जहां करुणा अपनी कुशल क्षेम बताएगी। जिसकी रिपोर्ट न्यायालय को भेजी जाएगी…।

Rai Singh Sendhav

संपादक

+ posts

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Enable Notifications OK No thanks