आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल फोन, 1 लैपटाप, 1 कैल्कुलेटर, 1 एलसीडी टीवी, 2 रजिस्टर सहित 15 हजार नगदी बरामद…
सट्टे के कारोबार से संलिप्त लोगों के नाम लैपटाप में करते थे दर्ज…
सट्टे में लाखों रुपयों का हिसाब किताब मिला…
सट्टे में जीते हुये पैसे लेने आया ग्राहक भी धराया…
इंदौर। इंदौर के मांगलिया पुलिस चौकी क्षेत्र में क्रिकेट के सट्टे का का कारोबार करने वाले दो बुकी क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए। इसी दौरान क्रिकेट सट्टे में जीते हुए पैसे लेने आया एक ग्राहक भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने मोबाइल लैपटॉप केलकुलेटर डायरी सहित तमाम सामग्री और 15000 से अधिक नगद राशि जप्त की है। पुलिस अब आरोपियों के पास मिली डायरी जिसमें लिखे ग्राहकों के नाम खंगाल रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, श्रीमती रुचिवर्धन मिश्र, इंदौर (शहर) द्वारा आईपीएल क्रिकेट मैचों के दौरान सक्रिय हुए सटोरियों पर निगरानी रखकर उनपर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर अवधेशकुमार गोस्वामी के निर्देशन में क्राइम ब्रांच इंदौर को सट्टा संचालित करने वाले सक्रिय सटोरियों के संबंध में सूचना संकलित कर उनकी धर-पकड़ करने हेतु दिशा निर्देश दिये गए।
क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम को मुखबिर तंत्र से सूचना प्राप्त हुई थी कि मांगलिया पुलिस चौकी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के पीछे चौधरी कॉलोनी मे कुछ लोग आईपीएल क्रिकेट मैचों का ऑनलाइन सट्टे का कारोबार कर रहे हैं। प्राप्त सूचना पर, क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा मांगलिया चौकी की पुलिस टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुए चौधरी कॉलोनी में छानबीन कर, दो व्यक्तियों को आईपीएल मैचों पर सट्टे का कारोबार करते हुये पकड़ा। आरोपियों के नाम, टोनी उर्फ अजय बावेजा पिता हरिकिशन बावेजा उम्र 35 साल निवासी एमआईजी कॉलोनी इंदौर व नीलेश पिता गोवर्धन शिवहरे उम्र 28 वर्ष निवासी चौधरी कॉलोनी मांगलिया इंदौर बताये गए हैं। मौके पर तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल, 1 लैपटाप, 1 कैल्कुलेटर, 1 एलसीडी टीवी, सट्टे के लाखों रुपये के हिसाब-किताब की 02, व नगदी कुल राशि 15030/- रुपये बरामद किये गए।
आरोपी पिछले कई माहों सट्टे का कारोबार करते आ रहे हैं तथा आईपीएल टी- 20 क्रिकेट मैच के दौरान सट्टे का कारोबार करने के लिये पुनः सक्रिय हुये थे। जोकि 12 अप्रैल को रात्रि में आयोजित दिल्ली कैपिटल बनाम कोलकाता नाइट राइडर टीम के मध्य खेले जा रहे मैच के दौरान सट्टा लेते हुये पकड़े गयेे।
आरोप अजय बावेजा पहले इंदौर में ही एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। नौकरी छोड़ने के बाद आईपीएल के सट्टे का कारोबर पिछले चार सालों से कर रहा था। अजय उर्फ टोनी पहले से सट्टे का कारोबार करता था किंतु सट्टे में रूपयों का घाटा होने पर उसने स्वयं ’बुकी’ बनकर आरोपी नीलेश के साथ सट्टे के कारोबार में साझेदारी कर ली थी। आरोपीगणों ने अवैघ रूप से सट्टे का कारोबार संचालित करने के लिये चौधरी कॉलोनी मांगलिया में कुछ दिन पहले ही किराए पर कमरा लिया था।
आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में आईपीएल सट्टे के तार इंदौर के अन्य सटोंरियों सहित मुंबई के लोगों से जुड़े होने की बात सामने आई है।
आरोपियों के पास से बरामद डायरियों में सट्टा लगाने वाले लोगों के नाम तथा उनके लेनदेन की जानकारी लिखी हुई मिली। कार्यवाही के दौरान देवेश यादव नामक व्यक्ति, उपरोक्त दोनों आरोपियों से सट्टे में जीते हुए पैसे लेने आया, तो उसे भी पुलिस टीम द्वारा दबोच लिया गया।