उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
कांटाफोड़, (पुरुषोत्तम चौबे)। शनिवार को क्षेत्र के किसान थाना परिसर मे एकत्रित हुए यहाँ पर किसानों ने नारेबाजी करते हुए सतवास राजस्व निरीक्षक धुर्वे को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन रामेश्वर शर्मा ने किया। किसानों द्वारा उपार्जित गेहूँ व चने का पंजीयन केंद्र शुरू कराने की मांग की गई।यह जानकारी देते हुए रामेश्वर शर्मा सत्यनारायण तिवारी बंधु ने बताया कि क्षेत्र के किसानों द्वारा उपार्जित गेहूँ व चने की फसले किसानों द्वारा उपार्जित कर अपने घरो मे रख ली गई है। किंतु शासन की मंशानुरूप समर्थन मूल्य पर फसल विक्रय करने मे आ रही परेशानीयो के संबंध मे हमारे द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है। मुकेश राठौर मुकेश चौबे ने कहा कि सहकारी समितियों द्वारा किसानों का पंजीयन नही करने से क्षेत्र के किसानों मे रोष व्याप्त है। इस संबंध मे जब किसानों द्वारा जिले के अधिकारियों से क्षेत्र की सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों का पंजीयन कराने की बात कही गई तब पता चला कि क्षेत्र की सोसायटीया खरीदी करने तथा किसानों के पंजीयन करने के लिए अपात्र घोषित कर दी गई है। क्षेत्र की सेवा सहकारी संस्थाओं मे किसानों का पंजीयन नही होने से अन्नदाता परेशान है।

किसान कमल पटेल कमल सिसोडिया किरण रत्नपारखी ने बताया कि पंजीयन के लिए किसानों को इधर उधर भटकना पड रहा है। क्षेत्र की सेवा सहकारी समितियों द्वारा हमारे क्षेत्र के किसानों का पंजीयन कराने की व्यवस्था अतिशीघ्र की जाकर पंजीयन की तिथी को बढाने का कष्ट करे जिससे क्षेत्र के किसानों को शासन की समर्थन मूल्य खरीदी मे अपनी फसलों को विक्रय करने की पात्रता मिल सके। थाना परिसर मे उपस्थित किसानों ने कहा कि शासन स्तर पर किसानों की पंजीयन संबंधित समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के किसानों को न्याय दिलाने की मांग प्रदेश के मुखिया से की गई है। क्षेत्र की सेवा सहकारी संस्थाओं मे पंजीयन नही होने से किसान आक्रोशित है किसानों ने थाना परिसर मे नारेबाजी करते हुए ज्ञापन देने के दौरान राजस्व निरीक्षक से कहा कि हमारी समस्या का निराकरण जल्द ही नही किया गया तो हमे उग्र आंदोलन लिए बाध्य होना पडेगा जिसकी समस्त जवाबदेही शासन प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन देने के दौरान किसान ब्रजमोहन तिवारी रजाक खान रमेश यादव बलराम राठौर गोपाल बैरागी मनीष बियाणी गोपाल पटेल मदन मालवीया सहित बडी संख्या मे किसान मौजूद थे।