पीपरी/उदयनगर (रूपेश जायसवाल)। 12 फरवरी को पूरे प्रदेश में नर्मदा जयंती मनाई जाएगी ,इस अवसर पर नर्मदा के सभी घाटों पर पूजा अर्चना के साथ हलवा प्रसादी वितरित की जाएगी ,देवास जिले में भी सौभाग्य से खातेगांव तहसील एवं बागली तहसील में नर्मदा के पावन घाट है । बागली तहसील में पवित्र एवं प्रसिद्ध घाट धाराजी स्थल है यहां पर 12 फरवरी को पवित्र मां नर्मदा की जयंती के अवसर पर पौराणिक कथा एवं दीप यज्ञ होगा तत्पश्चात हलवा प्रसादी का भोग लगाया जाएगा।

गौरतलब है कि 2005 के पूर्व यह स्थान सुरक्षित रह कर नर्मदा के पवित्र घाटों में शामिल था किंतु ओम्कारेश्वर बांध बन जाने से खतरनाक घाट घोषित होते ही यहां श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई ,लेकिन नर्मदा जयंती अवसर पर हमेशा की तरह पूजन अर्चन एवं मां नर्मदा की गाथा गाई जाएगी पीपरी में प्रतीक मंदिर मनकामेश्वरी नर्मदा देवू मंदिर बोल बम कावड़ यात्रा एवं क्षेत्र के श्रद्धालुओं द्वारा बनाया गया है। प्रतीक मंदिर पीपरी पर नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर विशेष पर्व मनाया जाएगा जिसकी तैयारियां आरंभ हो गई है , मंदिर में मां नर्मदा की आकर्षक प्रतिमा का श्रंगार भी नवीनीकरण के रूप में किया जाएगा ।
माँ मन्कामनेश्र्वरी नर्मदा मंदिर पीपरी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 12 फरवरी मंगलवार को नर्मदा उत्सव मनाने की तैयारी जोर से चल रही है। सनातन विचार मंच पीपरी परिसर में स्तिथ नर्मदा मंदिर पर सुबह 9 बजे माताजी की पोशाक बदलकर विशेष श्रंगार कर ,हवन पूजन के साथ दोपहर 12 बजे महाआरती का आयोजन होगा। ततपश्चात महाप्रसाद व भंडारे का आयोजन किया जाएगा। वर्ष 2016 में हुई थी माँ नर्मदा की प्राण प्रतिष्ठा, बोल बम कावड़ यात्रियो व सनातन विचार मंच एवम क्षेत्रवासियों के सहयोग मंदिर का भव्य निर्माण किया गया था। नर्मदा परिक्रमा वासियो के लिए अनवरत अन्न क्षेत्र भी चल रहा है। जिसमे नर्मदा जी की पैदल परिक्रमा करने वाले यात्रिओ के लिए सर्व सुविधा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के सहयोग से की जा रही है
इस प्रकार वाल्मीकि आश्रम सीतामन्दिर के रेवाकुण्ड पर भी नर्मदा जयंती हर्सोल्लास से मनाने की तैयारी जोर सोर से चल रही है, रेवाकुण्ड पर पूजन पाठ सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम को 7:30 बजे काकड़ आरती की जाएगी। व हलवे के प्रसाद का महाभोग लगाया जाएगा। साथ ही सुमधुर भजनों की प्रस्तुति भी होगी 12 फरवरी नर्मदा जन्मोत्सव को लेकर क्षेत्र में उत्साह है गौरतलब है कि इस मंदिर प्रांगण में परिक्रमा वासी श्रद्धालुओं के साथ साथ धारा जी दर्शन करने वाले श्रद्धालु भी भोजन प्रसादी का लाभ लेते हैं मां नर्मदा की कृपा से कभी भी अन्नपूर्णा क्षेत्र में कमी नहीं आई है पर्याप्त अन्नपूर्णा मां के आशीर्वाद के साथ आज तक यहां से कोई भूखा नहीं गया बोल बम कावड़ यात्रा एवं सनातन विचार मंच के संयुक्त अभियान में मां नर्मदा का जिले में एकमात्र मंदिर बना हुआ है जहां पर मंदिर तो मां नर्मदा का है लेकिन प्रांगण में अन्नपूर्णा का वास है यहां पर भोजन प्रसादी भी वर्षभर चलती रहती है ,बोल बम कांवड़ यात्रा के संयोजक सदस्य गिरधर गुप्ता ने बताया कि वैसे तो मां नर्मदा का आशीर्वाद पूरे क्षेत्र में बना हुआ है लेकिन 2006 के पूर्व मां नर्मदा एवं प्रसिद्ध स्थान धारा जी की वजह से पिपरी में वर्ष में दो बार व्यापार व्यवसाय में वृद्धि होती थी मां की कृपा से आज भी खुशहाल जीवन है किंतु घाट स्नान पुनः आरंभ हो जाए तो खुशहाली और बढ़ जाएगी