
देवास। अमलतास हॉस्पिटल में चार लोगों की मौत हो गई। इनमें 2 मरीज कोरोना पॉजिटिव थे, जिनकी बाद में रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी थी। जबकि दो अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित होना बताए गए हैं। अमलतास अस्पताल में बीतीरात ऑक्सीजन गैस का भी शार्टेज आ गया था। जिसे लेकर शोसल मीडिया पर ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत होने की बात कही जा रही है, वहीं एमपी कांग्रेस ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर ऑक्सीजन की कमी के चलते 3 मौत होने का ट्वीट किया है। जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात को सिरे से खारिज किया है।

अमलतास अस्पताल में चार लोगों की मौत की खबर से आज सुबह हड़कंप मच गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने बताया कि उनके पास रात 2:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक मरीजों के परिजनों के फोन आते रहे जिनके मुताबिक अमलतास अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने की बात सामने आई, जिसके चलते मरीजों की मौत हुई है। प्रशासन को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक बुलाना चाहिए और उसमें इस बात की चर्चा होनी चाहिए। विधायक और सांसद जैसे जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे स्वयं मरीजों के परिजनों से चर्चा कर वस्तुस्थिति को समझे।
अमलतास अस्पताल के प्रबंधक विजय जाट के मुताबिक जिन मरीजों की मौत हुई है उनकी स्थिति काफी क्रिटिकल थी मौत का ऑक्सीजन की कमी से कोई लेना देना नहीं है, मरीजों की मौत तो कल रात में ही हो चुकी थी। ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई में जो दिक्कत आ रही है उसे लेकर हम ने कलेक्टर को अवगत कराया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एमपी शर्मा के मुताबिक अमलतास अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की सूचना मिलने पर उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया था। जिसमें पाया कि वहां 400 सिलेंडर की उपलब्धता है। दो सौ सिलेंडर की खपत होती है और शेष रिजर्व में रहते हैं। कल जरूर थोड़ी शॉर्टेज आई थी, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर की भोपाल से आने वाली गाड़ी रास्ते में खराब होने से लेट हुई, जिसे रात को आना चाहिए था वह सुबह आ पाई। ऐसी स्थिति में कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल प्रबंधन ने अरेंज किए और हमने भी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करवाई। अस्पताल मे किसी भी मरीज की मृत्यु ऑक्सीजन की कमी से नही हुई। सभी भर्ती मरीजो के स्वास्थ्य की जानकारी हमारे द्वारा ली गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.पी. शर्मा ने बताया कि अमलतास अस्पताल मे 8 सितम्बर को 04 मरीजों की मृत्यु अन्य कारणों से हुई है। शांताबाई पति सत्यनारायण गिरी महिला उम्र-65 वर्ष निवासी शाजापुर भर्ती दिनांक-8 सितम्बर 20, उपचार के दौरान इनकी मृत्यु डायबटिज और ब्लड प्रेसर की बिमारी के कारण हुई इनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव है।
अशोक-नानुराम कुमावत पुरूष उम्र-42 वर्ष निवासी उज्जैन भर्ती दिनांक 8 सितम्बर उपचार के दौरान इनकी मृत्यु किडनी की बीमारी एवं क्रोनिक एल्कोहलिक के कारण हुई इनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव है।
जुबो बी-शेर अली उम्र-74 वर्ष निवासी एमजी रोड कन्नोद भर्ती दिनांक 31 अगस्त से इनका उपचार अस्तताल मे चल रहा था। उपचार के दौरान इनकी मृत्यु मल्टी ओरगन फेलिवर के कारण हुई इनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी बाद में नेगेटिव आ चुकी थी।
आनंदराव उम्र-52 वर्ष निवासी सौनकच्छ इनका उपचार चल रहा था उपचार के दौरान इनकी मृत्यु निमोनिया, क्रोनिक, ब्लड प्रेसर की बीमारी के कारण हुई। इनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी थी।
इस मामले में कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला का कहना है कि जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। कल भोपाल से आ रहे ऑक्सीजन के ट्रक के पंचर होने से ट्रक के पहुंचने में विलंब हुआ जिसके चलते अमलतास अस्पताल प्रबंधन ने हमें भी अवगत कराया था की इमरजेंसी में जरूरत पड़ सकती है और इंदौर से भी व्यवस्था की गई थी। जो ट्रक रात को 2:00 बजे आना था वह सुबह 7:00 बजे आ गया। फिलहाल ऑक्सीजन की जिले में कोई कमी नहीं है। वेंडरों द्वारा ऑक्सीजन की कालाबाजारी की शिकायतें आ रही है। अगर ऐसा पाया जाता है तो जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। रासुका और जिलाबदर जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। जो मौत हुई है वह कल रात 9:00 बजे के पहले ही हो गई थी, शाजापुर और उज्जैन के मरीजों को गंभीर स्थिति में लाया गया था, जिनकी कुछ समय बाद ही मौत हो गई थी। ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत होने की बात को उन्होंने सिरे से खारिज किया है।