देवास। शहर के दो नर्सिंग होम के तीन डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव है, जिनका इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज चल रहा है। 4 दिन बाद भी देवास प्रशासन को अधिकृत रुप से इसकी जानकारी नहीं मिली है। प्रशासन ने अपने स्तर पर डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि कर ली है। वह भी तब, जब मामले की शहर में चर्चाएं आम हो गई। लोग स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों को फोन करके पूछने लगे। स्वास्थ्य विभाग की रेपिड रिस्पॉन्स टीम जब नर्सिंग होम पहुंची तो उन्हें वहां ठीक ढंग से सहयोग भी नहीं मिला। ऐसे में डॉक्टरों की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकालकर संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल लिए जाने का निर्णय लिया गया है।

करीब 4 दिन पहले DHRC के एक डॉक्टर और करीम नर्सिंग होम के दो डॉक्टर ने इंदौर में कोरोना सैंपल देकर जांच करवाई थी। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इंदौर में ही अरविंदो अस्पताल में उपचार करवा रहे हैं। इस मामले में इंदौर प्रशासन और अरविंदो अस्पताल प्रशासन ने देवास प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी। तीनों डॉक्टरों ने भी अपने कोरोना पॉजिटिव हो जाने की जानकारी देने के बजाय अपने नर्सिंग होम चलने दिए। प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो अपने स्तर पर पुष्टि कर ली।
सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा ने बताया कि हमें DHRC के एक पत्र से जानकारी मिली है कि करीम नर्सिंग होम के दो व देवास अस्पताल के एक डॉक्टर एक अगस्त को अरविंदो अस्पताल इंदौर में उपचार हेतु भर्ती हुए है। भर्ती होने पर कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर तीनों डॉक्टरों के जांच हेतु इंदौर में सैंपल लिए गए थे। डीएचआरसी प्रबंधन के पत्र के अनुसार सैंपल की रिपोर्ट एक दिन पश्चात पॉजिटिव होने से तीनों डॉक्टर अरविंदो हॉस्पिटल में उपचाररत है जिसकी पुष्टि हेतु अरविंदो हॉस्पिटल प्रबंधन से फोन पर संपर्क किया गया। वहां से बताया गया कि इनका उपचार चल रहा है। तीनों डॉक्टरों के आठ परिजन, स्टाफ के सात लोगों के संपर्क में आने की जानकारी मिली है। इसके अलावा 35 मरीजों का इनके द्वारा इलाज किया गया। इनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेने की कार्रवाई की जाएगी।