जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए वह गद्दार जो बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में गए वह भी गद्दार- कंप्यूटर बाबा
जहां-जहां उपचुनाव हैं वहां साधु संत चौपाल करेंगे गद्दारों को नहीं जीतने देंगे…
लोकतंत्र बचाओ यात्रा को लेकर कंप्यूटर बाबा पहुंचे देवास की कांग्रेस की वकालत…
नर्मदा का काम कोई भी सरकार साधु संतों को दे तो हमें स्वीकार है- कंप्यूटर बाबा

देवास। लोकतंत्र बचाओ यात्रा लेकर कंप्यूटर बाबा आज देवास पहुंचे और पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए सभी 25 विधायकों को गद्दार की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्हें नहीं जीतने देंगे। हर उपचुनाव क्षेत्र में संत समाज पहुंचेगा और चौपाल चौपाल लोगों को जागरूक करेगा। देवास जिले में नर्मदा से अवैध रेत उत्खनन के सवाल पर कंप्यूटर बाबा ने कहा हजारों की तादाद में संत समाज नर्मदा किनारे डेरा डालेगा, वहीं बनाएंगे…, वहीं खाएंगे… किंतु नर्मदा मैया से मशीनों से उत्खनन नहीं होने देंगे।
बारिश के मौसम के चलते उत्खनन पर प्रतिबंध होने के बावजूद नर्मदा नदी से बड़े पैमाने पर मशीनों के जरिए उत्खनन होने की बात कहते हुए कंप्यूटर बाबा ने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा जब उन्हें नर्मदा का काम मिला था तो उन्होंने बड़ी-बड़ी मशीनें बंद करवाई, किंतु जैसे ही शिवराज की सरकार आई वापस मशीनों से उत्खनन शुरू हो गया। इसे रोकने के लिए हजारों की तादाद में संत समाज नर्मदा नदी किनारे डेरा डालेगा…, 15 दिन रुकना पड़े या महीने भर किंतु संत समाज नर्मदा नदी में मशीनें नहीं चलने देगा, नर्मदा मैया का सीना छलनी नहीं होने देंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या नर्मदा का काम यह सरकार फिर देती है तो आप स्वीकार करेंगे उनका कहना था सरकार किसकी है इस से फर्क नहीं पड़ता नर्मदा का काम कोई भी सरकार देती है तो संत समाज सहर्ष तैयार है।
आपको बता दें लोकतंत्र बचाओ यात्रा लेकर देवास पहुंचे कंप्यूटर बाबा कांग्रेस का प्रचार करते नजर आए। उन्होंने कहा इन 25 गद्दारों ने आपके वोटो को बेचा है, इन्हें बिल्कुल नहीं जीतने देना। कमलनाथ सरकार पर संकट के दौरान कंप्यूटर बाबा ने भाजपा के चार विधायक खुद के संपर्क में होने की बात कही थी, इस पर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब हमें लगा कि यह लोकतंत्र की हत्या है तो हमने उन्हें वहीं रोक दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए वह गद्दार और जो भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए वह भी गद्दार। कांग्रेस का प्रचार करने के सवाल पर उनका कहना था संत समाज तो लोकतंत्र की रक्षा के लिए निकला है।
राम मंदिर के होने वाले कार्यक्रम को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उनका कहना था राम तो हमारे आराध्य हैं, किंतु जो कार्यक्रम रखा गया है उसमें चारों शंकराचार्य को आमंत्रित करना था। उन्होंने यह कहते हुए सवाल भी उठाया कि क्या चौमासे में कोई शुभ कार्य होता है।