तहसीलदार सहित थाना प्रभारी भी पहुंचे मौके पर
लापरवाही: पिछली बार लिए सैंपल की अभी तक नहीं आई रिपोर्ट
सोनकच्छ (संदीप गुप्ता)। विगत 12 जून को वार्ड क्रमांक 5 के पूर्व पार्षद की पत्नी में कोविड -19 से संक्रमण की पुष्टि पाई गई थी। जिसके बाद 13 जून को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुबह 11 बजे परिजनों के 7 सैंपल कोविड-19 की जांच हेतु भेजे गए थे। इसी दौरान ही नगर के वार्ड क्रमांक 15 के संक्रमित के परिजनों के सैंपल भी जांच हेतु भेजे गए थे। वही 15 जून को वार्ड क्रमांक 15 से भेजे गए सैंपल की जांच रिपोर्ट तो आ गई। लेकिन वार्ड क्रमांक 5 में संक्रमित के परिजनों की जांच रिपोर्ट नहीं आई। जिसके बाद संक्रमित के परिजनों ने जब भी विभाग से संपर्क किया उन्हें हमेशा आश्वासन दिया गया कि आप की जांच रिपोर्ट शाम तक आ रही है रात तक आ रही है। इतना ही नहीं संक्रमित के परिजनों ने बताया कि कल गुरुवार को तो जिला स्वास्थ्य विभाग से दूरभाष पर यह तक आश्वासन दे दिया गया कि आपकी सभी रिपोर्ट नेगेटिव है। लेकिन जिसके बाद इधर शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी रूपरेखा बदली और 7 दिन बाद आज फिर विभाग की टीम पुनः वार्ड क्रमांक 5 में पहुंची एवं संक्रमित के परिजनों के सैंपल लिए गए। इस दौरान मौके पर तहसीलदार जी एस पटेल, बीएमओ आदर्श ननेरिया, थाना प्रभारी उपेंद्र छारी एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।


कंटेनमेंट एरिया के रहवासियों ने की तीखी बहस –
इधर जैसे ही अधिकारी कंटेंटमेंट एरिया में पहुंचे तब विभाग की लापरवाही से परेशान लोगों ने अपनी मजबूरियां बताते हुए अधिकारियों से तीखी बहस की। लोगों का कहना था कि विभाग की लापरवाही की सजा संक्रमित के परिजन के साथ साथ कंटेंटमेंट एरिया में रह रहे सैकड़ों रहवासियों को भी मिल रही है। वहीं दूसरी बार सैंपल लिए जाने की बात पर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ आदर्श ननेरिया मीडिया से चर्चा करने को भी तैयार नहीं हुये।
इस मामले पर सीएचएमओ देवास ने भोपाल चर्चा की है। पहली बार के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आने पर दूसरी बार सैंपल लेना उचित है। इसलिए उन्होंने बीएमओ को दूसरी बार सैंपल लेने के लिए कहा है।
अंकिता जैन
एसडीएम