-डबलचौकी पुलिस की मेहनत रंग लाई, सुनवानी कराड़ की रहने वाली बालिका मानसिक रूप से कमजोर है..
देवास। जिले की पुलिस ने एक बार फिर मानवता धर्म का पालन करते हुए एक ऐसी बालिका को खोज निकाला जो करीब एक माह पहले लापता हो गई थी। 28 अगस्त को ग्राम सुनवानी कराड़ से 12 साल की बालिका लापता हुई थी, वो मानसिक रूप से कमजोर है। बरोठा थाने के अंतर्गत डबलचौकी पुलिस चौकी पर एक गरीब मजदूर ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी भतीजी जिसके माता-पिता नहीं है और वही उसकी देखभाल करता है, अचानक व लापता हो गई है। चौकी प्रभारी पवन यादव ने उक्त बालिका की गुमशुदगी दर्ज करते हुए मामले को गम्भीरता से लिया और उसकी तलाश सोशल मीडिया पर अपने व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक के माध्यम व सीसीटीवी कैमरों की मदद से शुरू की। इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम सहित एक दर्जन से अधिक शहरों के टोल टैक्स व हाइवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और गुमशुदा बालिका की तलाश जारी रखी। एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद बालिका को जावरा तक के सीसीटीवी कैमरों व पब्लिक सपोर्ट से ढूंढ निकाला। बालिका ने पुलिस ने बताया कि व किसी वाहन में बैठ गई थी और जावरा पहुंच गई थी। अपनी भतीजी के मिलने पर गरीब मजदूर की आंखें नम हो गईं और वह बार-बार पुलिस को हाथ जोडक़र धन्यवाद देता रहा। एसपी अंशुमान सिंह, एएसपी अनिल पाटीदार, डीएसपी किरण शर्मा के मार्गदर्शन में बरोठा थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम, डबलचौकी पुलिस चौकी प्रभारी पवन यादव, प्रधानारक्षक राजेश पवार, आरक्षक दिलीप बेंडवाल व टीम ने बालिका को खोजने में अहम भूमिका निभाई। एसपी सिंह द्वारा सफल कार्यवाही को लेकर डबलचौकी प्रभारी पवन यादव व पुलिस टीम को 3 हजार रुपए का कैश रिवार्ड भी दिया गया।
