ईदगाह मस्जिद में प्रशासन की अनुमति से 7 नमाजियों ने अदा की नमाज

सोनकच्छ – कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन की बंदिशों के साथ सोमवार को सोनकच्छ नगर सहित क्षेत्र में ईदुल फितर ईद की नमाज अदा की गयी। सोनकच्छ नगर की स्थापना के बाद ये पहला मौका है जब नगर में ईद की सामुहिक नमाज नही हुई।
प्रशासन की ओर से केवल 7 नमाजियों को नमाज की अनुमति दी गयी थी, जिसका पालन करते हुए प्रशासन की मौजूदगी में पर ईदगाह में पेश इमाम मोहम्मद इस्लामुदिन के साथ समाज के सदर गब्बू भाई, मो असलम खान, बाबु भाई ठेकेदार, रसीद भाई पूर्व पार्षद, मकसूद अली ने सुबह 9 बजे ईद की नमाज अदा की। नमाज के बाद मुल्क की आवाम को कोरोना संक्रमण से निजात के लिए खास दुआ भी की गयी। वहीं नमाज के नमाजियों ने मौके पर मौजुद पुलिसकर्मियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए उनके जज्बे लिए सलाम किया। ईद पर पहली बार लोगो ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद नही दी गई बल्कि शारीरिक दूरी के नियमो का पालन करते हुए एक दूसरे को बधाई दी। प्रशासन द्वारा ईदगाह मस्जिद के बाहर सुरक्षा दृष्टि से एसडीओपी निर्भय सिह अलावा, तहसीलदार जीएस पटेल, थाना प्रभारी उपेन्द्र छारी, नगर परिषद सीएमओ के एन एस चौहान, आरआई राजभनसिंह कुशवाह आदि अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।

कोराना रिलीफ फंड में 4360 रू जमा किये –
एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से अपने पैर जमाने में लगा हुआ है। वहीं देश-प्रदेश के कर्मवीर इसे पस्त करने की हर संभव कोशिश में जी जान से जुटे हुए हैं। इस समय देशभर में पुलिस और चिकित्सकों की भूमिका तो सराहनीय है ही, साथ ही कई लोग ऐसे भी हैं जो इस वैश्विक महामारी के बीच मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। इन कर्मवीरों में सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि मासूम बच्चे भी अपने स्तर पर कोरोना से जंग लड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे ही दो मासूम भाई बहन है जिन्होंने ईद के लिए अपनी नई पोशाक नहींं खरीदी और परिजनों से पोशाक के बदले नगद रुपये जो ईद के दिन घर के बडे सदस्यों से ईदी के रूप में मिले को इकट्ठा कर कोरोना रिलीफ फंड में जमा करने के लिए तहसील ऑफिस पहुँचे ओर तहसीलदार जीएस पटेल को रिलीफ फंड के रुपए सौंपे।
नगर में रहने वाले महज 12 साल के मोहम्मद फैजल कुरेशी छोटी बहन रीमशा कुरेशी द्वारा ईदी के रूप में मिले 4360 रुपये कोरोना रिलीफ फंड में जमा कराने पर सोशल मीडिया पर इन नन्हे कर्मवीरों की खूब सराहना हो रही है।