इनमें तीन शांतिपुरा देवास के एक मेंडकीचक का मरीज और शहर के नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल शामिल,
रोजाना रात में आ जाती है सैंपल रिपोर्ट किंतु देवास जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मीडिया को उपलब्ध कराने में करता है आनाकानी…

देवास। देवास में कोरोना का कहर जारी है। आज फिर देवास में पांच कोरोना पॉजिटिव पाए गए। सबसे बड़ी बात तो यह की आज आई रिपोर्ट में देवास के नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। इनके अलावा शांतिपुरा के तीन और मेंडकीचक का एक कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया गया है। इस तरह देवास में अब कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या 62 पर पहुंच गई है। इनमें 7 की मौत हो चुकी है। 22 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। अब एक्टिव मरीजों की संख्या 33 हो गई है।
सबसे बड़ी बात आज नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल कोरोना पॉजिटिव पाई गई। उल्लेखनीय तो यह है कि यह रोजाना इंदौर से अप डाउन करती थी। कलेक्टर द्वारा अप डाउन बंद करने के आदेश के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी- कर्मचारी आज भी इंदौर से आना-जाना कर रहे हैं। यहां तक कि रसूलपुर बाईपास चौराहे पर जब पुलिस अधिकारी इन्हें रोकते हैं तो यह कई मर्तबा पुलिस अधिकारियों से भी हुज्जत करते हैं।
एक दिन एक भी मरीज पॉजिटिव नहीं आया तो ऐसा प्रचारित किया गया जैसे कोरोना से जंग जीत ही ली है। जब 170 की लिस्ट में एक पॉजिटिव आया तो उसे भी ऐसा दर्शाने का प्रयास किया गया जैसे देवास के लिए बड़ी खुशी की बात हो, किंतु आज जब फिर 5 कोरोना पॉजिटिव सामने आए तो आज की रिपोर्ट ही दबाने की कोशिश की गई, क्योंकि आज की रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी पॉजिटिव आए हैं।
देवास सीएमएचओ आरके सक्सेना से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि आज शांतिपुरा के तीन मेंडकीचक का एक और नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। श्री सक्सेना ने माना कि नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल इंदौर से अप डाउन करती हैं किंतु वे पिछले 8-10 दिनों से देवास में ही रह रही थी।
आज की स्थिति
देवास में कुल पॉजिटिव मरीज -62
अब तक देवास में हुई मौत -7
स्वस्थ हुए -22
एक्टिव मरीज- 33
Dewas govt as well as mp govt is totally failure to stop this covid effect . Meanwhile the health staff who r giving their services in such crucial time not being facilitated properly even they are being restricted unnessessorily to not go for their homes even home quarantine is awailable.now they’re forced to leave their existing hostal which was provided by hospital & forced to stay near hospitals at their own cost . this is totally shamefull to all mp as well as central govt that the nurses who r paying their duties at this crucial time they’re being harassed . don’t let your failure to stop or control covid on these devotees.