
महाराष्ट्र से आ रहे लोगो को बिना सुरक्षा के बेची जा रही है फल और सब्जियां
सोनकच्छ (संदीप गुप्ता)। लाकडाउन मोड पर अब नगर में पशु आहार, किराना और मेडिकल की दुकानों के साथ ही अन्य व्यापारी भी अब धीरे – धीरे अपना व्यापार संचालित करने लगे है। बाजार में भी अब भीड़ बढने लगी है। बैंकों में भी लगातार भीड़ बनी हुई है।
नगर के 3 किमी के दायरे में कालीसिंध नदी के पास ग्राम साँवेर में भी जिंदगी आम होती नजर आ रही है। कोरोना जैसी प्रलयकारी बीमारी को मजाक में लेकर यहां सब्जी की दुकानें रोड़ पर लगाई जा रही है। जिसमेंं बोली लगाकर लोग सब्जियां खरीद रहे है। वही प्रशासन को सचेत करने का शायद ये आखरी मौका नजर आ रहा है। सुबह करीब 7 बजे से यहाँ मंडी लगना शुरू हो जाती है। जो कि 9 बजे तक चलती है।
महाराष्ट्र के लोग खरीद रहे फल-
फोरलेन स्थित गन्धर्वपुरी फाटे पर सुबह प्रशासन सभी ठेलों को हटाता है और थोड़ी देर बाद ही ये जगह फ्रूट मार्केट की शक्ल ले लेती है। इस जगह पर महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे वाहन रुककर फल खरीद रहे है, ना तो दुकानदार सुरक्षा के लिए मास्क और हेण्ड ग्लब्ज पहन रहे है और ना ही बाहर से आने वाले लोग। सभी को विदित है कि फिलहाल महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज है और वही से आने वाले लोग यहाँ बिना किसी सुरक्षा के फल और सब्जी खरीद रहे है।
अब पुलिस का डर नही –
पुलिस प्रशासन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगदीश डाबर द्वारा पिछले दिनों नगर के पुलिस थाने सहित सभी चैक पॉइंट का निरीक्षण किया था। जिसमे पुलिस कर्मियों को बताया गया था कि सख्ती, मारपीट जैसी घटनाएं ना हो नही तो कार्यवाही की जाएंगी। ऐसे में पुलिस द्वारा सख्ती नहींं बरती जा रही है। जिसके कारण लोगों मेंं प्रशासन के प्रति डर विलुप्त होता नजर आ रहा है। परिणाम स्वरूप अब दुकानों और सब्जी मंडी का आसानी से संचालन किया जा रहा है। लोग बैखोफ होकर निकल रहे है, साथ ही रात में रोड़ पर घूमने वालो की संख्या भी प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
सतर्क रहने का है समय-
लगातार बीते कुछ दिनों से क्षेत्र से होकर दूसरे प्रदेशों से कई लोग गुजर रहे हैं। इस परिस्थिति में प्रशासन के साथ अब आम जनता को भी अत्यंत सजग और सतर्क होने की आवश्यकता है। संक्रमण की चैन को हम अपनी सजगता व सतर्कता से ही रोक सकते हैं। इस वैश्विक महामारी के चलते दुनिया भर में छाये आर्थिक संकट से हमारा देश व देशवासी भी निश्चित रूप से प्रभावित हुए हैं। लंबी अवधि के लॉकडाउन के बाद छोटे मध्यवर्गी व्यापारी हो या आम आदमी आर्थिक प्रयोजन हेतु प्रयत्नशील होने के लिए विवश हो गए है। लेकिन इन विपरीत परिस्थितियों में हमें जीवन निर्वाह पूर्ति हेतु अपने सभी आवश्यक कार्य पूरी सजगता व सतर्कता के साथ ही संपादित करना है। तभी हम संक्रमण की चैन पर विराम लगा पाएंगे।

मामला जानकारी में है। लेकिन हमारे द्वारा बार बार हटाए जाने पर भी फिर से ठेले लगा लिए जाते है, लेकिन अब कार्यवाही करेंगे।
अंकिता जैन, एसडीएम सोनकच्छ