कृष्ण- सुदामा प्रसंग और यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ समापन

देवास। शहर के चाणक्यपुरी एक्सटेंशन कॉलोनी में श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन उद्धव प्रसंग श्री कृष्ण सुदामा प्रसंग और राधा कृष्ण की रासलीलाओ ने श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ भागवत कथा का समापन हुआ।आचार्य पंडित मुकेश पाठक द्वारा पिछले सात दिनों से यहां ज्ञान की गंगा प्रवाहित की जा रही थी। यह आयोजन खाटूश्याम महिला मंडल द्वारा किया गया।
श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन पंडित मुकेश पाठक ने अपने प्रवचन में कहा कि मित्रता श्रीकृष्ण और श्री सुदामा जैसी होनी चाहिए। भगवान ने अपनी हर लीला में कुछ ना कुछ संदेश दिया है उसे ना सिर्फ समझना है बल्कि अपने आप में समाहित करना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण भक्तों के कार्यों को करने के लिये इस पृथ्वी पर अवतार लेते हैं, और अपने भक्तों का सदा ध्यान रखते हैं।
कथावाचक पंडित मुकेश पाठक ने राधा- कृष्ण की रासलीला का वर्णन किया। इस दौरान राधा बनी वाणी मिश्रा और कृष्ण बनी श्रुति धाकरे ने राधा कृष्ण की रासलीला का सुंदर मंचन किया। इस दौरान फूलों की होली खेली गई और पंडाल में मौजूद सभी श्रद्धालु झूम कर नाचे।
श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन यहां यज्ञ और हवन किया गया। विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति कराई।
इसी के साथ यहां चल रही 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ।