देवास में चाणक्यपुरी के समीप खेत में हुए अंधे कत्ल का पर्दाफाश…
मृतक की शिनाख्त होने के साथ ही खुले हत्याकांड के राज…
पप्पू उर्फ अंतरसिंह पिता जीवन सिंह निवासी पिपलरावा क्षेत्र हाल मुकाम शान्तिपुरा की हुई थी हत्या…
दोनों ने पहले ढाबे पर बैठकर पी शराब, फिर प्रधानमंत्री आवास के पास खेत में लेजाकर पत्थर से कुचल कर की थी हत्या…
आरोपी विजेंद्र मीणा और मृतक की पत्नी ने रची थी साजिश…
साक्ष्य मिटाने के लिए पहचान के सारे दस्तावेज भी जेब से निकाल ले गया था आरोपी…
मृतक और आरोपी दोनों अच्छे दोस्त भी थे… हमेशा साथ पीते थे शराब…
आरोपी विजेंद्र मीणा और मृतक की पत्नी दोनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार…
देवास SP चंद्रशेखर सोलंकी ने पत्रकारवार्ता में किया मामले का खुलासा…
देवास। चाणक्यपुरी के पीछे स्थित प्रधानमंत्री आवास के पास पिछले दिनों एक लाश पुलिस को मिली थी। जिसकी सिर कुचलकर हत्या की गई थी। इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने मृतक के फोटो शोशल मीडिया पर वाइरल किये। जिससे मृतक की शिनाख्त पप्पू उर्फ अंतर सिंह पिता जीवनसिंह निवासी टुंगनी थाना पिपलरावा के रूप में हुई थी। मृतक की शिनाख्त होते ही मामले की गुत्थी सुलझाने में जल्द ही पुलिस को सफलता हाथ लग गई। मृतक की पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर षडयंत्र रचा था। मृतक की पत्नी के प्रेमी आरोपी विजेंद्र घर से पप्पू को साथ लेकर निकला, उसे शराब पिलाई, खाना खिलाया और फिर प्रधान मंत्री आवास के पास सुनसान खेत में लेजाकर उसकी हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी प्रेमी और मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।

आपको बता दें यह अंधा कत्ल पुलिस के लिए उलझी गुत्थी नजर आ रहा था, किंतु मृतक की शिनाख्त होने के साथ ही मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
हुआ यह की मृतक पप्पू शराब पीने का आदि था और अधिकांश अपने दोस्त विजेंद्र मीणा ले साथ शराब पीता था। विजेंद्र का पप्पू के घर आना जाना था। पप्पू आये दिन अपनी पत्नी दीपकुवर के साथ मारपीट करता था। मृतक की पत्नी और आरोपी विजेंद्र के बीच प्रेमसंबंध हो गए। 18 अक्टूबर की शाम को भी पप्पू ने अपनी पत्नी दीपकुवर के साथ मारपीट की थी। उसके बाद पप्पू और विजेंद्र शराब पीने चले गए। दोनों ने शराब पी। फिर मेंढकी चक स्थित दरबार ढाबे पर खाना खाया। उसके बाद आरोपी विजेंद्र पप्पू को सुनसान खेत में ले गया। इसी दौरान उसने पप्पू की पत्नी से मोबाइल पर बात की। उसके बाद पत्थर से सिर पर हमला कर पप्पू को मौत के घाट उतार दिया। मृतक की शिनाख़्त नहीं हो इसलिए साक्ष्य मिटाने के लिए मृतक का आधारकार्ड, पेनकार्ड, ड्राइविंग लायसेंस जैसे सभी पहचान पत्र उसकी जेब से निकालकर फरार हो गया।
हत्याकांड की इस गुत्थी को सुलझाने में ओद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी ब्रजेश श्रीवास्तव, सिविल लाइन थाना प्रभारी दिनेश चौहान, उप निरीक्षक SS परिहार, RK शर्मा, ASI SB पटेल, प्रधान आरक्षक रवि वर्मा, अजय शर्मा, आरक्षक अर्पित श्रीवास्तव की सराहनीय भूमिका रही।