अनियमिता एवं लापरवाही पाए जाने पर कई प्रतिष्ठानों के खिलाफ की कार्रवाई
अनिल उपाध्याय
खातेगांव /देवास। खातेगांव-कन्नौद क्षेत्र के किसान संगठनों द्वारा लगातार क्षेत्र में विक्रय हो रहे अमानक बीज और खाद के खिलाफ आवाज उठाई जा रही थी। व्यापारियों के खिलाफ मिल रही शिकायतों के बावजूद स्थानीय अधिकारी कोई ठोस कार्यवाई नहीं कर रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक देवास, उज्जैन और भोपाल में बैठे प्रशासनिक और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों को इस बात की जानकारी मिली गयी थी कि उनके विभाग के स्थानीय अधिकारीयों के संरक्षण में खातेगांव क्षेत्र में अमानक बीज और खाद का धड़ल्ले से विक्रय हो रहा है। इसलिए कलेक्टर श्रीकांत पांडे ने देवास एसडीएम जीवन रजक के नेतृत्व में एक दल गठित कर औचक निरीक्षण के लिए भेजा।

जांच दल में कृषि विभाग के डीएस मुजालदार, आरके वर्मा, टीएस परिहार, आरके विश्वकर्मा, देवास अपर तहसीलदार प्रवीण पाटीदार, कन्नौद तहसीलदार संजय शर्मा, खातेगांव नायब तहसीलदार अर्पित मेहता सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। दल के कन्नौद में अपनी पहली कार्यवाही शुरू करते ही इस व्यवसाय से जुड़े अन्य दुकानदारों ने ताबड़तोड़ अपनी दुकाने बंद कर दी और मोबाईल स्वीच ऑफ कर रफूचक्कर हो गए।
इन प्रतिष्ठानों पर जाँच टीम पहुंची:
कन्नौद में: राज एग्रो, चावड़ा कृषि सेवा केंद्र, मनमोहन सिंगी की दूकान, धूत सीड्स एंड रिसर्च सेंटर (श्री सालासार वेयरहाउस)
खातेगांव में: पराग वेयरहाउस, सेठी ट्रेडिंग, पार्श्वनाथ जिनिंग, विश्वास एग्रो, अरविन्द एग्रो, महाजन फर्टिलाइजर्स
इनमे सभी प्रतिष्ठानों से सेम्पल लिए गए। विक्रय और स्टॉक संबंधी दस्तावेज पूर्ण नहीं मिलने पर कुछ प्रतिष्ठानों का पंचनामा भी बनाया गया।
सालासार वेयरहाउस, पराग वेयरहाउस तथा महाजन फर्टिलाइजर्स के एक गोदाम को सील किया गया है। इस पूरी कार्यवाही के प्रकरण बनाकर जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किए जाएंगे।