सोमवार को भी मंडी में नही पहुंचे व्यापारी, मंडी रही बंद
अनिल उपाध्याय
खातेगाॉव। प्रदेश की टॉप 10 मंडियों में शामिल देवास जिले की कृषि उपज मंडी खातेगांव जो कि ए ग्रेड की मंडियों में शुमार है। देवास जिले के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में मंडी व्यापारी द्वारा किसानों की उपज का भुगतान नहीं करने के बढ़ते मामले को लेकर अब मंडी प्रशासन सख्त होता दिखाई दे रहा है खातेगांव मंडी सचिव राकेश दुबे ने मंगलवार को सभी व्यापारी को 27 मई से मंडी अधिनियम 1972 की धारा 37 (2 )का पालन करने के आदेश जारी किए थे, इस धारा के अनुसार मंडी प्रांगण में क्रय की गई कृषि उपज का भुगतान किसानों को उसी दिन किया जाना अनिवार्य है, शनिवार को मंडी व्यापारी एसोसिएशन द्वारा एक आवेदन मंडी सचिव को दिया गया इसमें उल्लेख है कि आयकर विभाग के निर्देशों के पालन में किसानों को उनकी उपज का नगद भुगतान नहीं किया जा सकता साथ ही उसी दिन आरटीजीएस या एनईएफटी से भुगतान करना भी संभव नहीं, इस कारण व्यापारी धारा 37 (2) का पूर्ण रूप से पालन नहीं कर सकते, इसलिए व्यापारियों ने मंडी खरीदी 27 मई से अनिश्चितकालीन बंद कर दी है व्यापारियों से आवेदन मिलने के तुरंत बाद मंडी प्रशासन की ओर से इस बारे में किसानों को एस एम एस भेज कर मंडी में उपज ना लाने की अपील की है सोमवार को भी मंडी में व्यापार करने व्यापारी नहीं पहुंचे जिसके चलते मंडी का व्यापार बंद रहा,
