अभिव्यक्ति मंच के नववर्ष मिलन समारोह में किया नागौरी का सम्मान
सोमेश उपाध्याय

बागली। नववर्ष की पूर्व संध्या पर अभिव्यक्ति मंच के तत्वधान में काव्य गोश्ठी के साथ नववर्ष स्नेह मिलन समारोह गीता गंगेश्वरी सदन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के संरक्षक व वरिष्ठ अधिवक्ता प्रवीण चौधरी ने करी।श्री चोधरी ने भारतीय नव वर्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा की भारतीय वर्ष ने विश्व को काल गणना का अद्वितीय सिद्धांत प्रदान किया है। ब्रह्माजी ने काल चक्र का निर्धारण भी कर दिया था। इसी का प्रतिफल है चार युग जो वैज्ञानिक सत्य पर आधारित है।समारोह की शुरुआत भारतीय परम्परानुसार मंगलतीलक लगा कर की गई।संरक्षक द्वय डॉ रामचन्द्र राठौर व बंसीधर सिसोदिया के विशेष आतिथ्य में आयोजित गोष्टि की शुरुआत श्रंगार रश के कवि व शायर हबीब पठान ने करुणा भरे गीत आ गई है घड़ी सब के इम्तिहान की ,आ गई है घड़ी सब पे कुर्बान की,जागो सब एक हो हिन्द के वासियों, आ गई है सीमा पे फोजे दुष्मनान कि से कर सभी को मंत्रमुग्ध किया।कवि वारिस अली ने राष्ट्र कवि दिनकर की नव वर्ष पर रचना के साथ ही स्वरचित कविताओं से समा बाँधा। कवि लोकेन्द्र परिहार ने मतदान जागरूकता के संदर्भ में अपनी रचना उठो जागो मतदाताओं तुम्हे करना होगा मतदान, लोकतन्त्र के महायज्ञ में मतशक्ति पहचान का वाचन किया।प.राकेश नागौरी ने गुज़रते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ,ये मेरी प्यास है,नदियाँ तलाश करता हूँ,यहाँ लोग गिनाते है खूबियाँ अपनी,मैं अपने आप में खामियाँ तलाश करता हूँ ।बाल कवि सोमेश उपाध्याय ने स्वरचित सरस्वती वन्दना के साथ \”मेरा बागली\”शीर्षक कविता का वाचन किया।बालकृष्ण वाजपेयी व जितेंद्र चावड़ा ने भी गीतों की प्रस्तुति दी।इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष प.राकेश नागौरी का उत्कृष्ठ साहित्य सेवा के लिए शाल श्रीफल व पुष्प माला से अभिनन्दन किया गया।कार्यक्रम में कमल सोनी, हेमेंद्र शिवहरे,समाजसेवी गीता चौधरी,शिक्षिका दाखा कारपेन्टर, चन्दा शर्मा,कीर्ति शर्मा,शिला चावड़ा,सन्ध्या शिवहरे,माया चोधरी,अनिरुद्ध शर्मा,संजीव उपाध्याय आदि मौजूद थे।संचालन नन्दकिशोर मोहवाल ने किया।व आभार कुणाल चौधरी ने माना!