कांटाफोड़ (पुरषोतम चौबे)। कलयुग में भगवान का स्मरण करते रहो क्योकि भगवत स्मरण से प्राणी के पाप नष्ट हो जाने से जीव को चोरासी लाख योनी में भटकना नही पड़ता है। वह जीव भगवान के मोक्ष धाम को प्राप्त हो जाता है।

अनीति से कमाया धन ज्यादा समय तक नही रुकता है। जैसा आता है वेसे ही चला जाता है। शरीर नश्वर है। यह बात नगर में चल रही श्री मदभागवत ज्ञान गंगा कथा के तृतीय दिवस के दौरान भागवत प्रवक्ता पं राजेन्द्र शास्त्री बिचकुआ में कही। स्व. मोतीलाल सुंदरेड़ा की स्मृति में नगर में चल रही भागवत कथा में विभिन्न प्रसंगो का वर्णन कर उनका मर्म श्रद्धालुओं को समझा रहे हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु भागवत कथा का रसपान कर रहे हैं।