शिवम भोंसले को मिला इंजीनियरिंग में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा पैकेज ।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के छोटे कस्बे सिमगा का छात्र शिवम भोंसले अंचल के छात्रों के लिए रोल मॉडल साबित हुए है । छात्रों के बीच सिमगा नगर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में शिवम की ही चर्चा है ।

शिवम इस साल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर (NIT) में केमिकल इंजीनियरिंग का फाइनल ईयर का छात्र रहा है । भारत सरकार की महारत्न कम्पनी भारत पेट्रोलियम की कोच्चि रिफायनरी के लिए शिवम का केम्पस सिलेक्शन हुआ है । शिवम को मिला 17.35 लाख प्रतिवर्ष के पैकेज NIT रायपुर सहित प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में सन 2018 का सर्वाधिक बड़ा पैकेज रहा ।
साथ ही इंजीनियरिंग के केमिकल ब्रांच के इतिहास में सूबे में यह अब तक का सर्वाधिक बड़ा पैकेज साबित हुआ है ।
शिवम ने इस साल इसी कालेज से केमिकल इंजीनियरिंग क्लियर किया और कैम्पस प्लेसमेंट में उसे भारत सरकार की कम्पनी भारत पेट्रोलियम लिमिटेड कोच्चि रिफायनरी में जॉब मिला ।
NitRaipur का यह इस साल का सभी डिपार्टमेंट में उच्चतम पैकेज वाला प्लेसमेंट रहा। खास कर कोर सब्जेक्ट वालो के लिए यह गर्व का विषय रहा ।
इस साल केमिकल इंजीनियरिंग के 6 छात्रों शिवम भोंसले, अम्बाडी अरविंद, कोमल देवांगन, इमरान खान,शुभी सक्सेना और नैनिका पनकर वो 6 छात्र है जिनका NIT Raipur के सभी डिपार्टमेंट में हाइएस्ट पैकेज हासिल किया।
सिमगा नगर का रोल मॉडल शिवम भोंसले
सिमगा जैसे छोटे से कस्बे में रहते हुए शिवम ने 5 वी तक की पढ़ाई छत्तीसगढ़ बोर्ड से स्थानीय शक्ति कान्वेंट में पूरी की उसके बाद 6 वी से 10 तक की पढ़ाई icse बोर्ड में कार्मल पब्लिक स्कूल तिल्दा में पूरी की 11 वी और 12 वी की पढ़ाई सीबीएसई बोर्ड में आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल रवान में पूरी की ।
खास बात यह कि 15 किलोमीटर तिल्दा और लगभग 50 किलोमीटर ग्रासिम के स्कूल की पढ़ाई शिवम ने रोज सिमगा से उन स्कूलों में आनाजाना करके पूरी की ।
बिना किसी कोचिंग के शिवम को जेईई परीक्षा के जरिये एनआईटी रायपुर में केमिकल ब्रांच हासिल की और अपनी लगन मेहनत और लक्ष्य के बल पर भारत पेट्रोलियम लिमिटेड में इतना बड़ा पैकेज हासिल किया ।
शिवम की सफलता से उनके परिवार में खुशी का माहौल है शिवम के पिता रणजीत भोंसले जो एक पत्रकार साथ ही अधिवक्ता है साथ ही माता श्रीमती अरुणा भोंसले जिनका नगर में बेकरी व्यवसाय है ने अपने बेटे की सफलता का श्रेय अपने नाथपंथी गुरु महाराज और शिवम के शिक्षकों को दिया जिन्होंने समय समय पर शिवम को यथायोग्य मार्गदर्शन प्रदान किया ।