कृषि अधिकारियों की मिलीभगत से यूरिया का हो रहा साला कारोबार…
पहले भाजपाई फिर किसान और अब कांग्रेसी भी हुए मुखर…
यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने यूरिया खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए दिया मंत्री वर्मा को ज्ञापन…
देवास। यूरिया खाद की कालाबाजारी से किसान त्रस्त हैं। पहले जब भाजपा नेता यूरिया की कालाबाजारी की बात करते थे तो यह कहा जाता था कि विपक्ष में होने के चलते ऐसी बातें उठ रही हैं। उसके बाद किसानों का आक्रोश भी सामने आया। खातेगांव में तो किसानों का आक्रोश देखते हुए पुलिस थाने से यूरिया के टोकन बांटे गए। यूरिया को लेकर अब तो हालात इतने बदतर हो गए हैं की अब यूरिया की कालाबाजारी की सुगबुगाहट कांग्रेसी भी करने लगे हैं। इसका नजारा आज उस समय देखने का मिला जब देवास में कांग्रेस कार्यालय की आधारशिला रखने आए प्रदेश के pwd मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को देवास युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह गौड़ ने खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए ज्ञापन सौंपा।

दरअसल यूरिया खाद की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। यूरिया की कालाबाजारी को लेकर किसानों का आक्रोश अब उबलने लगा है। देवास ही नहीं समूचे जिले में यूरिया को लेकर किसान परेशान है। जिले के खातेगांव में तो किसानों का आक्रोश ऐसा उबल पड़ा कि जिसे शांत करने के लिए पुलिस थाने से किसानों को यूरिया खाद के टोकन बांटे गए। टोकन पाने के लिए थाने में लंबी कतारें लग गई। उसके बाद भी व्यवस्था सुचारू नहीं होने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और किसानों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम लंबे समय तक चलता रहा किसान नारेबाजी करते हुए कालाबाजारी के आरोप लगाते रहे।
इधर आज प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा देवास आए तो युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह गौड़ ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर कालाबाजारी पर अंकुश लगाने की मांग की।
हालांकि जितेंद्र गौड़ ने कहा की कमलनाथ सरकार तो पर्याप्त यूरिया भेज रही है किंतु कृषि अधिकारी उसे एमपी एग्रो में भेजने की बजाय निजी दुकानों में दे रहे हैं। जिस यूरिया की कालाबाजारी हो रही है और किसानों को ₹100 से अधिक की राशि कालाबाजारी के रूप में देना पड़ रही है।