जटाशंकर के संस्थापक महन्त केशवदास जी महाराज ने लिया था संकल्प,

बागली, (सोमेश उपाध्याय)। क्षेत्र के प्रसिद्ध रामायणकालीन जटाशंकर तीर्थ पर शिवरात्रि से चल रहे शिवशक्ति महायज्ञ, विशाल भण्डारा व मैले का यह अनवरत 54 वा वर्ष है।जिसकी शुरुआत तीर्थ के संस्थापक तपोनिष्ठ सन्त श्री केशवदास जी त्यागी महाराज (फलाहारी बाबा) ने की थी।सन्त ने वर्षो पूर्व निर्जन स्थान को अपनी तपस्या के बल पर चैतन्यता प्रदान की थी।अन्नदान महादान का नारा देने वाले फलाहारी बाबा ने वनांचल के निर्धन लोगो को आश्रय देते हुए अपना पूरा जीवन मानव सेवा को समर्पित किया।उन्होंने 54 वर्ष पूर्व महायज्ञ आरम्भ किया था,वह आज भी उनके शिष्य महन्त बद्रीदास जी महाराज के निर्देशन में चल रहा है।महन्त बद्रीदास महाराज के अनुसार फलाहारी बाबा ने स्वयं अन्न त्याग कर मानव सेवा को अपना ध्येय बना कर हजारो भण्डारे संचालित कर बिना भेद के सभी को एक जाजम पर बिठाने का कार्य किया।पूर्व मंत्री दीपक जोशी भी स्थान से जुड़े रहे।उन्होंने कहा कि सांसद नन्दकुमार सिंह चौहान व विधायक पहाड़ सिंह कन्नीजे के माध्यम से स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाया जाएगा।
फलाहारी बाबा का सम्पूर्ण जीवन मानव सेवा को समर्पित रहा।उनके तप से सिंचित इस भूमि की अलग ही महत्वता है।
मुकुन्दमुंनी जी
जटाशंकर तीर्थ का अपना महत्व है,परन्तु केशवदास जी फलाहारी बाबा जेसे दिव्य सन्तो के आने स्थान की महत्वता दुगनी हो गई है।उनके लोगो को सदैव जोड़ने का कार्य किया है।
दीपक जोशी
पूर्व मंत्री,मध्यप्रदेश शासन