देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला अचानक पहुंचे जिला अस्पताल…
पीपीई किट पहनकर कोविड-19 वार्ड में भी पहुंचे कलेक्टर…, भर्ती मरीजों से बात भी की
अस्पताल के आईसीयू वार्ड व आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं देखी

देवास । कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने मंगलवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन सेंटर एवं कोविड-19 के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण पीपीई किट पहनकर किया। उन्होंने उपस्थित मरीजों से चर्चा भी की। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री शुक्ला ने 10 बेड आई.सी.यू, ऑक्सीजन वार्ड, आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया एवं आवश्यक व्यवस्थाओं को देखकर ने निर्देश दिए हैं। कोविड-19 आईसीयू ऑक्सीजन एवं आइसोलेशन वार्ड में चिकित्सक विशेषज्ञ, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ की नियमित ड्यूटी चौबीसों घंटे 24×7 रखने की बात कही। कलेक्टर ने निर्देशित किया सभी को रोटेशन में ड्यूटी लगाई जाए। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को कोविड-19 गाइडलाइन अनुसार जांच एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्री शुक्ला बताया कि जिले में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं जिसके बचाव एवं संक्रमण को रोकने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कोरोना के मरीजों का जिला अस्पताल में पूर्ण उपचार हो कि व्यवस्था जिला प्रशासन, स्वास्थ विभाग कर रहा है। शासन के निर्देशन में 10 बिस्तर का आईसीयू तैयार हो चुका है एवं ऑक्सीजन आइसोलेशन वार्ड तैयार है। जिला अस्पताल में वर्तमान में 19 मरीज भर्ती है जिसमें से दो आईसीयू में 17 ऑक्सीजन वार्ड में तथा संदिग्ध मरीज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है जो भर्ती मरीज है वह ज्यादा क्रिटिकल नहीं है चिकित्सक की निगरानी में उपचाररत हैं । इसके अलावा जिले में अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में भी कोरोना मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही है। जिले में वैक्सीनेशन को गति देने के लिए लगभग 50 सेंटर पूरे जिले में एवं 10 शहरी क्षेत्र देवास में प्रारंभ किए गए हुए हैं जहां कोविड-19 का टीकाकरण किया जा रहा है। निजी अस्पतालों में भी कोरोनावायरस का टीकाकरण किया जा रहा है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार निजी प्राइवेट अस्पताल में भी कोरोना के मरीजों का उपचार कर रहे हैं। शासन की गाइड लाइन के अनुसार उन्हें पेमेंट लेना है कोई भी अस्पताल उससे अधिक राशि मरीजों से नहीं ले सकता है। इसके लिए भी निरंतर समीक्षा और मॉनिटरिंग की जा रही है।
जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान एडीएम महेंद्र सिंह कवचे, एसडीएम प्रदीप सोनी, सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. अतुल बिड़वई विशेष रूप से मौजूद थे।