उपाध्याय परिवार की अनोखी पहल,बागली में जन्माष्टमी तक मनेगा राखी का त्यौहार

बागली (सोमेश उपाध्याय)। बागली अंचल में रक्षाबन्धन का पर्व श्रावणपूर्णिमा से लेकर जन्माष्टमी तक मनाया जाता है। प्रतिवर्ष उल्लास से मनाए जाने वाले इस त्यौहार में कोविडसंक्रमण का प्रभावी असर दिखा। बागली के उपाध्याय परिवार में मनाए गए त्यौहार में बहनों ने अनोखा व प्रभावी सन्देश दिया। बहनों ने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने के साथ ही उपहार में कपड़ो के साथ मास्क व सेनेटाइजर भी दिए,इतना ही नही बदले में सावधानी बरतने का संकल्प भी लिया। यह पहला अवसर था, जब रक्षा बंधन पर्व लॉकडाउन के तमाम बंधनों के बीच मना और सब खुश थे। सभी ने घरों में रहकर ही पर्व की खुशियां बांटी। उपाध्याय परिवार में सीहोर से आई बहन नेहा जोशी व उज्जैन से आई इशिता राजपुरोहित ने बताया कि कोविड संक्रमण का एक मात्र बचाव सावधानी ही है। इसलिए उन्होंने अपने भाइयों को कपड़ो के साथ ही मास्क व सेनेटाइजर दिए। परिवार की नन्ही इश्ठा ने तो प्रधानमंत्री के स्वदेशी व आत्मनिर्भर अभियान से प्रभावित हो कर राखी भी अपने हाथों से ही बनाई। परिवार के वरिष्ठ डॉ सुनील उपाध्याय व इरेश उपाध्याय ने बताया कि यह रक्षाबंधन हमारे लिए अधिक विशेष हो गया।बहनों व बेटियों की पहल ने हमे अपनी सावधानी के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया।