देश के दुर्गम रणक्षेत्र में तैनात सैनिक का जज्बा देख अभिभूत हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह


सैनिक के पिता को लिखा पत्र…
मध्य प्रदेश के देवास जिले के जमुनिया के रहने वाले है सैनिक जीवन पटेल…
सैनिक जीवन के पिता को रक्षा मंत्री का पत्र मिलते ही दूरदराज से आने लगी शुभकामनाएं…
देवास। भारत के दुर्गम रणक्षेत्र बुमला पोस्ट में तैनात देवास जिले के सपूत नायक जीवन पटेल के देशभक्ति के जज्बे, उनका मनोबल और जोश को देखकर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके साहस और धैर्य पर गर्व जताया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इतने अभिभूत हो गए कि उन्होंने देवास जिले के सपूत सैनिक के पिता मांगीलाल पटेल को चिट्ठी लिखते हुए उनके बेटे के देशभक्ति के जज्बे और योगदान के लिए आभार जताया है। वाकिया है 15 नवंबर 2019 का जब रक्षा मंत्री देश के दुर्गम रणक्षेत्र बुमला पोस्ट के दौरे पर थे और वे वहां सैनिकों से मिले थे। देवास जिले के जमुनिया ग्राम में रहने वाले मांगीलाल पटेल को जब रक्षा मंत्री की चिट्ठी मिली तो उनका सीना गर्व से फूल गया कि उनका बेटा कितनी कठिन और विषम परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं देश की सेवा में लगे उन वीर जवानों की जो देश की सेवा के लिए दुर्गम रणक्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में रहते हुए ना सिर्फ दुश्मनों का डटकर सामना कर रहे हैं बल्कि पूरे मनोबल के साथ देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।
आपको बता दें देवास जिले का ग्राम जमुनिया जहां के करीब 78 युवा सेना में रहकर देश सेवा में जुटे हैं। जब वीर नायक जीवन पटेल के पिता मांगीलाल पटेल को रक्षा मंत्री की चिट्ठी मिली तो ना सिर्फ देवास जिला बल्कि आसपास के उनके जानने वाले उन्हें शुभकामनाएं देने लगे।
देवास जिले के टोंकखुर्द से 16 किलोमीटर दूर छोटा सा गांव जमुनिया खाती समाज बाहुल्य है। सैनिक जीवन पटेल के परिवार में उनकी माता राजमना पटेल पिता मांगीलाल पटेल और दो बड़े भाई बहन के साथ भरा पूरा परिवार है। जीवन पटेल अभी पूना में कोर्स कर रहे हैं।  उनकी पत्नी श्रीमती पूजा पटेल एक पुत्री समीक्षा पटेल जो 06 वर्ष की है जिसकी पढ़ाई देवास के एक निजी स्कूल में हो रही है।
बहन का विवाह भी समीप के गांव देवली में एक सैनिक के साथ हुआ था। अपने बहनोई से देशभक्ति के किस्से सुनकर जीवन को सेना में जाने की प्रेरणा मिली, और जीवन ने अपना जीवन देश सेवा के लिए समर्पित कर दिया।
गांव के उबड़ खाबड़ रास्तों पर दौड़ लगाई और फौज में भर्ती होने का सपना वर्ष 2007 में साकार किया। रक्षा मंत्री की चिट्ठी मिलने के बाद जमुनिया सहित आसपास के ग्रामीण उनके घर पहुंचे जीवन के पिता मांगीलाल पटेल को पुष्पमाला पहनाकर उनका सम्मान किया। रक्षा मंत्री ने अपनी चिट्ठी में लिखा है बुमला पोस्ट दौरे के दौरान आपके बेटे नायक जीवन पटेल से मिलने का गौरव प्राप्त हुआ जो कठिन एवं विषम परिस्थिति का सामना करते हुए पूरे मनोबल और जोश के साथ देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं देश को हमारे सैनिकों के साहस और धैर्य पर गर्व है।

Rai Singh Sendhav
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संपादक

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