रूपेश (गब्बर) जायसवाल

पीपरी। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी गंगा दशहरा क्षेत्र में उत्साह के साथ मनाया जाएगा विशेषकर नर्मदा तट क्षेत्रों में मां नर्मदा की पूजा आरती करते हुए मां गंगा को भी याद किया जाएगा हलवा प्रसादी का भोग दोनों पवित्र नदियों को लगाकर प्रसाद वितरण की जाएगी मान्यता अनुसार गंगा दशमी के अवसर पर प्रतीक स्वरूप किसान खेतों में बीजों का रोपण कर देते हैं इसके पीछे बड़ी मान्यताएं आएगी गंगा दशमी पर बोया हुआ बीज अक्षय भंडार के रूप में प्राप्त होता है ।पंडित दीपक शास्त्री व बोल बम कावड़ यात्रा के संयोजक गिरधर गुप्ता ने बताया कि गंगा दशहरे के दिन मां नर्मदा का स्नान करने मात्र से गंगा स्नान का पुण्य भी मिल जाता है धाराजी तट क्षेत्र के आसपास 50 से अधिक छोटे गांव है मान्यता अनुसार यह सभी ग्रामीण इस पावन तिथि पर नर्मदा स्नान करने आते हैं उनका मानना है कि नर्मदा स्नान करने से शारीरिक कष्ट के साथ साथ आर्थिक कष्ट दूर हो जाते हैं मां गंगा एवं नर्मदा दोहरा पुण्य मिल जाने से संकट दूर हो जाते हैं प्रशासन से बोल बम यात्रा के सदस्यों ने मांग की है कि वे धारा जी के निकट प्रतीक रूप से स्थान का घाट अवश्य बना देता कि श्रद्धा बनी रहे ।***इस संबंध में बागली विधायक पहाड़ सीह कनोजे का कहना है कि विधानसभा सत्र में वह इस बात को सदन में अवश्य रखेंगे मुख्यमंत्री से एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्रालय से चर्चा करेंगे ताकि धाराजी के निकट सुरक्षित रूप से 1 घाट का निर्माण हो जाए। जिसमें धाराजी के प्रति श्रद्धालुओ की आस्था बरकरार रहे गी । ।