अब की जा रही वितरित फिर भी 60 फ़ीसदी बच्चे गणवेश से वंचित
आखिर विलंब का जिम्मेदार कौन?
कन्नौद (कमल गर्ग राही)। शिक्षा सत्र शुरू होने के समय छात्र छात्राओ को बटने वाली गणवेश दो राष्टीय पर्व (15 अगस्त व 26 जनवरी) निकल जाने के बाद अब वितरित की जा रही है। उसमे भी जनपद शिक्षा केन्द्र के अन्तर्गत 273 प्राथमिक विद्यालय मे अध्ययनरत 17500 विद्यार्थियों की डबल (एक बच्चे को मिलने वाली दो जोड) के मान से 35000 हजार गणवेश मे से 5600 विद्यार्थियों की 11200 ही गणवेश आयी है। अभी 23800 गणवेश आना बाकी है।

शेष बचे 11900 बच्चों की कब गणवेश आयेगी… कब बटेगी… इसका सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है।
इस सम्बन्ध मे BRC अनुराग भारद्वाज ने कहा कि ड्रेस बनाने का ठेका समूहों को दिया गया था। वहां से ड्रेसके आते ही वितरण शुरू कर दिया गया है। जैसे आती जावेगी वितरण कर दिया जायेगा।
आखिर जिम्मेदार कौन?
सरकार की महती योजना जिसके तहत स्कूल में प्रवेश लेने वाले बच्चों को नवीन गणवेश वितरित की जाती है। स्कूली बच्चों को मिलने वाली यह ड्रेस शिक्षा सत्र शुरू होते ही प्रदान की जानी चाहिए किंतु कन्नौद में ऐसा मामला देखा गया जहां शिक्षा सत्र समाप्त होने को है और अब तक ड्रेस का वितरण नहीं हो सका। अब जो ड्रेस बांटी जा रही है वह भी नाकाफी है। 17500 बच्चों को ड्रेस बांटना थी उसमें से मात्र 5600 बच्चों की ही ड्रेस उपलब्ध हो पाई है। शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस विलंब का कारण समूहों को बता रहे हैं। समूह को काम दिए जाने के लिए उन्हें ठेका दिया गया किंतु वह भी अपनी जिम्मेदारी पर खरे नहीं उतर रहे हैं।