अधिकारी और कर्मचारी अफसर रहते हैं नदारद…
खाली पड़ी खुशियां दे रही गवाही…
देर से आना और जल्दी जाना यहां बन गया है साहब का शगल…
कन्नौद (कमल गर्ग \”राही\”)। देर से आना और जल्दी जाना यहां साहब का शगल बन गया है। कहते हैं ना, \”बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह…\”। क्या अधिकारी क्या कर्मचारी यहां कोई समय पर नहीं पहुंचता। हम बात कर रहे हैं कन्नौद के पीएचई विभाग की , जहां अक्सर अधिकारी कर्मचारी नदारद रहते हैं। हकीकत जानने के लिए ठीक 11:00 बजे हमारे संवाददाता जब वहां पहुंचे तो खाली पड़ी कुर्सियां इस बात की गवाही दे रही थी, कि यहां लापरवाही, मनमानी और ढर्राशाही का आलम है। बताते हैं यहां के SDO पर जिला मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का वरद हस्त है इसीलिए तो कहते हैं \”जब सैंया भए कोतवाल, तो डर काहे का।\”

दरअसल कन्नौद ग्रामीण क्षेत्र के तमाम लोग पीएचई कार्यालय के चक्कर लगा लगा कर परेशान हैं। कहीं पेयजल की समस्या तो कहीं हैंडपंप खराब पड़े हैं। अपनी ऐसी ही समस्याओं को लेकर जब ग्रामीण अंचल से आए लोग PHE कार्यालय पहुंचते हैं तो वहां उन्हें कोई जिम्मेदार नहीं मिलता। बार बार ऐसी शिकायतें आने पर हमारे संवाददाता बुधवार को 11:00 बजे PHE कार्यालय पहुंचे और हकीकत जानना चाही। वहां एक कर्मचारी के सिवा कोई नजर नहीं आया। अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक की कुर्सियां खाली पड़ी थी। परिसर में 3- 4 ग्रामीण और एक पंचायत सचिव , अधिकारी कर्मचारियों का रास्ता देख रहे थे।