कमल गर्ग(राही)
कन्नौद। वन विकास निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते लकड़ी माफियाओं द्वारा जंगलों में अवैध सागवान की लकड़ियों की कटाई का कार्य जारी है। 2022 के अंतिम दिन 31 दिसंबर की रात मे वन विकास निगम रेंज खातेगांव की बीट बांगड़दा के कक्ष क्रमांक292 मैं लकड़ी माफियाओं ने पेट्रोल हाथ अरे से करीब सागवान के बेशकीमती पेड़ों को काटकर ले गए, उनमें से कुछ पोली लकड़ियां एवं बांड वहीं छोड़ गए, लिली के सरपंच अनिल जाखड़ ने बताया कि 31 दिसंबर की रात मेरे खेत से लगे जंगल के साथ ही, मेरे खेत की बॉर्डर पर भी सागवान का एक पेड़ लकड़ी माफियाओं द्वारा काट दिया गया लेकिन अंदर से सागवान की लकड़ी पोली होने के कारण लकड़ी चोर उसे वहीं छोड़ गए, इससे यह स्पष्ट होता है कि वन सुरक्षा में लगे चौकीदार, नाकेदार, रेंज अधिकारी वनों के प्रति कितने जागरूक हैं, यदि यही हाल रहा तो थोड़े बहुत बचे सागवान के पेड़ भी खत्म हो जाएंगे।
इस संबंध में वन विकास निगम के वनरक्षक हसनैन आलम से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि हम कारवाही कर रहे हैं। ज्ञात रहे कि पेड़ काटने के 3 दिन बाद तक वन विकास निगम कुंभकरण की नींद सोया हुआ है ना तो पीओआर जारी हुई है और ना ही ठूंठों पर हैमबर् डाले गए हैं।
