कोरोना टेस्ट के लिए परेशान होते रहे परिवारजन..
परिवार के 3 लोग बीमार, बच्चों को सर्दी खांसी की शिकायत…
विधायक से की गुहार तो शुरू हुआ इलाज…

देवास। देवास के भवानी सागर क्षेत्र में रहने वाले एक दाल चावल व्यापारी कैलाश सोलंकी की शनिवार को मौत हो गई। हालांकि उनकी कोविड-19 की जांच नहीं हुई थी, किंतु परिवार जन को आशंका है कि वे कहीं कोविड-19 संक्रमित तो नहीं थे? उनका अंतिम संस्कार करने के बाद उनकी पत्नी सहित परिवार के 3 लोग बीमार हो गए। घर के बच्चे भी सर्दी खांसी से पीड़ित हैं। घर में बीमारी के बिगड़ते हालात देख कोविड-19 का खौफ व्याप्त हो गया। रविवार को परिवारजन कोविड टेस्ट कराने के लिए परेशान होते रहे। उसके बाद विधायक गायत्रीराजे पवार से गुहार लगाने के बाद परिवार के बीमार लोगों का उपचार तो शुरू हुआ, किन्तु कोविड-19 की जांच सोमवार की सुबह हुई।
परिवार के 3 लोग एमजी में भर्ती, एक की छुट्टी-
कैलाश सोलंकी की मौत के बाद उनकी पत्नी हेमलता, भाई प्रकाश और मुकेश एमजी अस्पताल में भर्ती हैं। परिवार के लोगों को आशंका है कि, कहीं उनके परिवार में कोरोना का संक्रमण तो नहीं फैला? इन मरीजों को जिला अस्पताल के तीसरी मंजिल स्थित कोविड-19 सस्पेक्टेड वार्ड में भर्ती कर लिया गया। अस्पताल में भर्ती प्रकाश का कहना है कि जब वे अस्पताल आए तो शुरुआती दौर में कोई ध्यान नहीं दिया गया। जब परिवार के लोगों ने विधायक गायत्री राजे पवार से बात की तब जाकर उनका उपचार शुरू हो सका। उन्हें सर्दी खांसी और सांस लेने में तकलीफ आ रही है। रविवार की शाम एक मैडम ने उनकी जांच की, जिसे कोविड-19 की जांच करना बताया और सोमवार की सुबह भी उनकी कोरोना जांच की गई। वही हेमलता के स्वस्थ होने पर अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी गई।
शवयात्रा में गए थे 100 से अधिक लोग
कैलाश सोलंकी की मौत के बाद परिवार में जिस तरह कोविड-19 का खौंफ व्याप्त है, ऐसी स्थिति में अगर परिवार के लोग कोविड-19 संक्रमित निकले तो इस संक्रमण के बड़े रूप में फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक शव यात्रा में करीब 100 से अधिक लोग शामिल हुए थे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार..
इस मामले में जिला अस्पताल के कोविड वार्ड के डॉ अतुल पवनीकर का कहना है कि हेमलता के पति की मौत होने से वह सदमे में थी। उनमें कोरोना बीमारी जैसे कोई लक्षण नहीं थे। उन्हें दिए गए उपचार से वे स्वस्थ हो गई और उनकी छुट्टी कर दी गई। प्रकाश और मुकेश में कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं। उनके आज सैंपल लिए गए हैं। दोनों को उपचार दिया जा रहा है। रविवार की शाम हुई जांच के बारे में उनका कहना है की अस्पताल द्वारा ऐसी कोई जांच नहीं की गई। उनकी कोविड-19 की जांच आज की गई है। सैंपल भेजे जा रहे हैं। अगर उनके परिवार में और भी लोगों को कोरोना का अंदेशा है तो वह उन्हें फीवर क्लीनिक पर लाकर उपचार और जांच करा सकते हैं।