सोनकच्छ (संदीप गुप्ता)। नगर में विगत दिनों हुई शांति समिति की बैठक में कलेक्टर के आदेशों को विस्तृत से प्रशासन ने गणेशोत्सव समिति व मोहर्रम कमेटियों को बताया था। लेकिन गणेशोत्सव समितियों ने इस आदेश को मानते हुए इस वर्ष कोई भी सार्वजनिक आयोजन नही किया। लेकिन मोहर्रम की तीन तारीख को बड़े साहब व अन्य सवारियों को रखने की प्रथा में भीड़ एकत्रित हो गई। और भीड़ को रोकने के लिए लगाए गए बेरिकेड्सों को फेंकते हुए लोगों ने बड़े साहब सहित अन्य सवारियों को कांधा देने के लिए सोशल डिस्टेंसिग नियम की धज्जियां उड़ा दी। सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हो गए। पुलिस से कई जगहों पर हुज्जत भी हुई। भीड़ के रूप देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा।


हाथीथान में तैनात तहसीलदार जीएस पटेल भी भीड़ को देखकर कुछ न कह सकें। इसके बाद तकिया स्थित इमामबाड़े में भी भीड़ बढ़ती गई। आपको बता दें कि, यहां जवाबदार अधिकारी मौके से नदारद थे। भीड़ की सूचना मिलने के बाद एसडीओपी मौके पर पहुंचे व आयोजको को खूब खरी-खोटी सुनाई। मामले की जांच करने के लिए एडिशनल एसपी जगदीश डाबर सोनकच्छ पहुंचे व एफआईआर के आदेश दे दिए। जिसके बाद देर रात्रि हाथीथान मामले में असलम खान व 200-250 अज्ञात लोग व तकिया स्थित अज्ञात 400-500 लोगों को आरोपी बनाते हुए पुलिस ने तहसीलदार पटेल के आवेदन पर आरोपियों पर धारा 188, 269, 270, 34 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस द्वारा विडियो व अन्य सबूतों के आधार पर आगे जांच उपरांत न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।