विवाहिता के दो-दो प्रेमी होना बना हत्या का कारण…
हत्या कर लाश को फांसी के फंदे पर टांग कर आत्महत्या का रूप देने की, की गई थी कोशिश…
पुलिस ने आरोपी प्रेमिका सहित 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार…
सभी गिरफ्तार आरोपियों को पेश किया गया न्यायालय में…
9 मई की है घटना…
अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने पर पुलिस अधीक्षक ने दिया 10 हजार का अवार्ड…


देवास। पिछले दिनों औद्योगिक थाना क्षेत्र की अयोध्या बस्ती में एक युवक की लाश फांसी के फंदे पर लिपटी पाई गई थी। पीएम रिपोर्ट और पुलिस अनुसंधान में मामला हत्या का सामने आने पर पुलिस ने भादवि की धारा 302 के तहत प्रकरण दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में संतोष पिता नारायण सिंह गोयल की हत्या के मामले में मृतक की प्रेमिका ममता, ममता का दूसरा प्रेमी लखन, ममता का भाई महेंद्र और ममता के पति अजब सिंह को गिरफ्तार कर इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में सफलता पाई है। औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस द्वारा मामले का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करने पर पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।

9 मई को अयोध्या बस्ती स्थित एक घर में संतोष पिता नारायण सिंह की फांसी के फंदे पर लिपटी पाई गई थी। लाश जिस तरह जमीन पर पड़ी थी और मृतक के सिर से खून निकल रहा था इस बात से स्पष्ट अंदाजा लगाया जा सकता था की वह आत्महत्या नहीं मामला हत्या का हो सकता है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो पीएम रिपोर्ट में मामला गला घोट कर हत्या करने का सामने आया।

मामले की जांच कर रही थाना इंचार्ज प्रोबेशनर डीएसपी प्रतिष्ठा राठौर और उनकी टीम ने मामले की गहराई से छानबीन की तो मामला प्रेम प्रसंग का सामने आया। पुलिस ने मृतक संतोष की प्रेमिका ममता पति अजब सिंह मालवीय से पूछताछ की। पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की खूब कोशिश की। लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे वह ज्यादा समय घटना की सत्यता को छिपा नहीं सकी और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
डीएसपी प्रतिष्ठा राठौर के मुताबिक मृतक संतोष और ममता के बीच अवैध संबंध थे। संतोष पिछले एक माह से अपने गांव उदयपुर थाना सिद्दीकगंज जिला सीहोर चला गया था। जिसे बार-बार फोन कर ममता ने बुलाया तो वह 9 मई को देवास आया। अपने साथ गैस की टंकी और गेहूं भी लाया था। संतोष से मिलने जब ममता उसके यहां पहुंची तो दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी दौरान ममता का दूसरा प्रेमी लखन पिता पूरनलाल अचानक वहां आ पहुंचा। दोनों प्रेमियों में अवैध संबंधों को लेकर विवाद गहराया। इसी बीच ममता का भाई महेंद्र पिता मेहरबान सिंह भी वहां आ गया। इनके बीच हुए लड़ाई झगड़े के दौरान ममता ने डंडे से प्रहार भी किया जिससे संतोष गैस टंकी पर जा गिरा। तभी ममता, महेंद्र और लखन ने मिलकर रस्सी से संतोष का गला घोट दिया। घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके गले में फांसी का फंदा बनाकर लपेट दिया। किंतु अधलेटी अवस्था में लाश पड़ी देख पुलिस को तभी शक हो गया था कि मामला हत्या का हो सकता है। पुलिस ने इस मामले में ममता के पति अजब सिंह को भी साक्ष्य छुपाने का आरोपी बनाया है।
पुलिस ने आज चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां आरोपियों का रिमांड मांगा जाएगा।
इस अंधे कत्ल का जल्द पर्दाफाश करने पर डीएसपी प्रतिष्ठा राठौर के नेतृत्व में आरक्षक नेहा ठाकुर अर्पित श्रीवास्तव सतीश सिकरवार और तेजसिंह मंडलोई की सराहनीय भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु ने पुलिस टीम को ₹10 हजार का अवार्ड घोषित किया है।