यमुनानगर की अवैध निर्माणाधीन बिल्डिंग पर कभी भी चल सकता है निगम का बुलडोजर…
नोटिस कार्रवाई की सारी प्रक्रिया पूर्ण…
23 मार्च को समय सीमा की अवधि पूर्ण…
एक-दो दिन में शुरू होगी बिल्डिंग के अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई….
बिल्डिंग तोड़ने के लिए निगम कर रहा पोकलेन मशीन का इंतजाम…
पिछले 1 माह से काफी चर्चाओं में रही यमुनानगर की यह इमारत…
परिषद की बैठक में गरमाया था मुद्दा…
देवास। शहर में तन रही अवैध मल्टियों को लेकर पिछले दिनों नगर निगम परिषद की बैठक में खूब हंगामा मचा। शहर की कई मल्टियों को लेकर नामजद शिकायतें भी सामने आई थीं। ऐसी ही अवैध निर्माण हो रही बिल्डिंगों का पिछले दिनों निगम कमिश्नर नरेंद्र सूर्यवंशी ने निरीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। यमुनानगर में बन रही प्रमोद गुप्ता की बिल्डिंग में ना तो MOS छोड़ा गया और ना ही पार्किंग बनाया गया। नक्शे के विपरीत करीब 900 स्क्वेयर मीटर अवैध निर्माण तान दिया गया। इस अवैध निर्माण को लेकर मामला खूब चर्चाओं में रहा। अब इस निर्माणाधीन इमारत को तोड़ने की तैयारी में है नगर निगम। इसके लिए नोटिस और अन्य सारी प्रक्रिया पूर्ण होकर समय सीमा भी 23 मार्च को समाप्त हो चुकी है।

Before ^
After ^
आपको बता दें शहर में अवैध रूप से कमर्शियल बिल्डिंग बनाए जाने का मामला परिषद की बैठक में गूंजा था । उसके बाद देवास नगर निगम आयुक्त श्री सूर्यवंशी ने उन बिल्डिंगों का निरीक्षण किया था। जिनके अवैध निर्माण की बार-बार शिकायतें आ रही थी। सेठ मिश्रीलाल नगर के सामने यमुनानगर में बन रही एक बिल्डिंग के बेसमेंट में न तो पार्किंग बनाया गया है और ना ही एमओएस छोड़ा गया है। पूरे प्लाट पर नीचे दुकान बना दी गई। एमओएस के नाम पर 1 इंच जगह भी नहीं छोड़ी गई। इसी तरह पूरी 3 मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई। मौके पर उक्त इमारत की फाइल देखकर कमिश्नर नाराज भी हुए थे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
यमुना नगर स्थित इस बिल्डिंग को तोड़े जाने की अब कवायद शुरू हो गई है। नगरनिगम के कार्यपालन यंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि नगर निगम द्वारा उक्त बिल्डिंग मालिक को अंतिम नोटिस देने के बाद भी पर्याप्त मौके दिए गए। उन्हें कहां गया था कि वे अवैध निर्माण स्वयं तोड़ ले। किंतु बिल्डर ने तोड़ना तो दूर निर्माण कार्य जारी रखते हुए शटर लगाने का काम भी कर डाला, जबकि उन्हें काम रोकने की सख्त हिदायत दी गई थी।
नगरनिगम की सूचना पत्र और दस्तावेज संबंधी समस्त प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। समय सीमा की अंतिम तिथि 23 मार्च है। उसके बाद कभी भी निगम का अमला बुलडोजर और पोकलेन लेकर यमुनानगर पहुंच सकता है और बिल्डिंग के अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्यवाही शुरू की जा सकती है।