अनिल उपाध्याय

खातेगांव। कन्नोद जनपद पंचायत परिषद एवं तहसील कार्यालय परिसर में लम्बे समय से सांड का आतंक बना हुआ है। सांड के आतंक के चलते शासकीय कार्यालयों में पदस्थ कर्मचारी के साथ ही वहां पहुंचने वाले नागरिक सांड के आतंक से भयभीत नजर आते हैं।
लेकिन अभी तक सांड के आतंक से मुक्ति नहीं मिल पाई है।
नेमावर की तरह कन्नौद में आतंक का पर्याय बन चुका सांड को भी जंगल में छोड़ने की मांग उठने लगी है।
बताया जा रहा हैं की सांड ने कार्यालय परिसर के आस पास अपना आतंक मचा रखा हे। जहां वह खडा हो जाता था। राहगीर अपना रास्ता बदल लेते थे। परिसर में खड़े मोटरसाइकिल वाहनों को भी कई बार वह उल्टा पुल्टा कर देता है।