कमिश्नर एवं आईजी ने नर्मदा तट पर पहुंच कर लिया था व्यवस्था का जायजा,ओर दिया था चाक चौबंद व्यवस्था रखने के निर्देश।
श्रद्धालु की सुरक्षा के लिए तैनात रहे 250 पुलिसकर्मी, साथ ही सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
खातेगांव (अनिल उपाध्याय)। इस बार सोमवती अमावस्या पर्व की महत्ता को देखते हुए उज्जैन संभाग के कमिश्नर एवं आईजी ने नेमावर के नर्मदा तट पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए थे! उसी के चलते इस बार अमावस्या पर नेमावर के नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद रही।

सोमवती अमावस्या पर तडके शुभ मुहूर्त मे 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नेमावर स्थित नर्मदा तट पहुंचकर मां नर्मदा में स्नान कर नाभी कुण्ड व महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की।
पंडित गोपाल कृष्ण व्यास के मुताबिक सोमवती अमावस्या के साथ मोनी अमावस्या आ जाने से इसका बड़ा ही महत्व है 12 वर्ष के वनवास काल में पांडवों ने इस मोनी अमावस्या का इंतजार किया लेकिन 12 वर्ष के वनवास में उन्हें मोनी अमावस्या नहीं मिल पाई लेकिन हम कलयुग के लोग कितने भाग्यशाली हैं कि हमें साल में दो या तीन बार सोमवती अमावस्या मिल जाती है! लेकिन यह मकर ग्रह अस्त सूर्य होने से प्रयागराज में वर्तमान में कुंभ में शाही स्नान है।
उसी प्रकार सोमवती अमावस्या का नर्मदा जल में स्नान कर मोक्ष को प्राप्त किया जा सकता है! जल अभिषेक कर मोनी अमावस विशेष प्रयाग शाही स्नान का जो लाभ आज प्रयाग नाथ में स्नान करने से मिलता है। वही आज नर्मदा जल में स्नान करने से प्राप्त किया जा सकता है।
पर्व की महत्ता के चलते लाखों श्रद्धालु नेमावर की नर्मदा पर पहुंचते हैं सोमवती अमावस्या के आने से पर्व का ओर भी महात्व बढ़ गया है ! जिसके चलते रविवार शाम से ही श्रद्धालुओं एवं भक्तों का नेमावर की नर्मदा तट पर आने का सिलसिला शुरू हो गया था जो सोमवार सुबह तक जारी है।
श्रद्धालुओं की संख्या को देखते प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की थी जिसके लिए 250 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।