भौरासा (संतोष गोस्वामी)। पिछले 15 दिनों के अंदर लगातार दूसरी बार ठंड की करारी मार फसलों पर पड़ी है। इस कारण फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। सोमवार और मंगलवार को दोबारा शीतलहर होने से फसलों के ऊपर ओस की बूंदे बर्फ के रूप में जम गई है। ठंड के कारण चना, आलू ,मसूर, गेहूं के साथ ही सब्जी वाली फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। किसानों को बरबाद हुई फसल का प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना से राहत मिलने की आस बंधी हुई है।

क्षेत्र के ग्राम कुलाला, संवरसी, सुमराखेडी, बुदासा, कांकडदा, बोलासा, पांदा, डकाच्या, पोलाय, बुधन गांव, नराणा सहित आस पास के अधिकांश गांवो में अधिक ठंड गिरने से फसलों पर जमी ओंस ने बर्फ का रूप ले लिया।
दिनभर सर्द हवा चलती रही। लोगों को दिन भर गरम कपड़े पहने हुए रहना पड़ा। दो पहिया वाहन चलाने वालों को भी शीत लहर से परेशानी महसूस हुई। ठंड से बचने के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया। गेहूं चने व मटर को अधिक नुकसान हुआ है। इससे किसान मायूस दिखाई दे रहा है। किसानों का कहना है कि पिछले दिनों भी पाला गिरने से फसल खराब हो गई थी, जो बची थी वह इस ठंड में खराब हो गई है। शीतलहर ने क्षेत्र को अब भी कंप-कंपा रखा है, हालांकि मंगलवार को हवा की रफ्तार कुछ कम हुई और धूप भी तेज रही। जिससे अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं। करीब 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा के कारण रविवार की रात बहुत अधिक सर्दी रही। सर्द हवा में सोमवार रात को भी अपना असर दिखाया। इससे गेहूं चना मटर की फसल को अधिक नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।