देवास में आबकारी विभाग की सटीक कार्रवाई
देवास | देवास शहर की तंग गलियों में वर्षों से चल रही अवैध शराब की गतिविधियों पर आखिरकार शिकंजा कसता नजर आ रहा है। 29 अप्रैल 2025 को आबकारी विभाग देवास ने एक ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया, जो आने वाले समय में अवैध शराब कारोबारियों के लिए एक चेतावनी बन सकती है। सुतार बाखल क्षेत्र में हुई इस दबिश में विदेशी व्हिस्की की 16 पेटियां जब्त की गईं, जिसकी बाजार में कीमत 1,31,105 रुपये आंकी गई है।

इस कार्रवाई की सबसे बड़ी खासियत रही – इसकी गोपनीय योजना और तीव्र निष्पादन। कार्रवाई उस समय की गई जब आरोपी अवैध शराब के वितरण की तैयारी कर रहा था। मौके पर ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिससे पूछताछ के बाद और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
यह पूरी कार्रवाई देवास के कलेक्टर ऋतुराज सिंह के निर्देशन में, सहायक आबकारी आयुक्त मंदाकिनी दीक्षित के मार्गदर्शन और प्रभारी सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजकुमारी मंडलोई के नेतृत्व में अंजाम दी गई।
मजबूत टीम, मजबूत इरादे
इस अभियान में आबकारी विभाग की एक अनुभवी टीम शामिल थी – उपनिरीक्षक प्रेम यादव और डी.पी. सिंह की अगुवाई में मुख्य आरक्षक राजाराम रैकवार, आरक्षक बालकृष्ण जायसवाल, नितिन सोनी, दीपक टटवाडे, निहाल, गुरुदत्त वर्मा, सैनिक किशोर सिसोदिया, केदार चौधरी और संजय शर्मा ने मिलकर इस कार्रवाई को सटीकता से अंजाम दिया।
धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज
गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1)(क) एवं 34(2) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है, जो अवैध मदिरा के भंडारण और व्यापार के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान करता है।
जनता की भूमिका अहम
आबकारी विभाग ने इस मौके पर आम नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसी किसी भी गतिविधि की जानकारी विभाग को दें। विभाग का कहना है कि जनता की मदद से ही इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
सख्त संदेश, साफ मंशा
देवास में आबकारी विभाग की यह कार्रवाई सिर्फ एक बरामदगी नहीं, बल्कि एक संदेश है – कि अब शहर में अवैध शराब के धंधे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कदम न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत करता है, बल्कि युवाओं को इस नशे की गिरफ्त से दूर रखने की दिशा में भी एक प्रभावी प्रयास है।
आगामी कार्रवाई और भी तेज
सूत्रों के अनुसार, विभाग आने वाले समय में ऐसी और भी सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। शहर के विभिन्न हॉटस्पॉट की पहचान की जा चुकी है और खुफिया नेटवर्क को और अधिक सक्रिय किया जा रहा है।