वैध शराब का अवैध कारोबार, ठेकेदारों पर क्यों नहीं होती करवाई?

देवास। देवास में वैध शराब का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है। शराब के इस अवैध कारोबार में ठेकेदारों की संलिप्तता स्पष्ट नजर आती है। आज बैंक नोट प्रेस थाना पुलिस ने एक लोडिंग वाहन में परिवहन होते हुए 14 पेटी देसी शराब की जप्त की है। जप्त की गई शराब ड्यूटी पैड है। उस पर आबकारी विभाग की सील लगी पाई गई। शराब से भरा यह वाहन देवास शहर के बाईपास से तुलजा विहार कॉलोनी की सड़क पर खड़ा था और पुलिस ने उसे धर दबोचा। दो आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं। यह शराब डीजे साउंड लिखे वाहन में पकड़ी गई।

Rai Singh Sendhav

पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो उसमें 14 पेटी सील बंद शराब यानी 700 क्वार्टर शराब के जप्त किए गए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम जितेंद्र और मोहन बताए गए हैं। जप्त की गई शराब का वाहन सहित मूल्य करीब ढाई लाख रुपये बताया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि आखिर यह शराब कहां से लाई गई थी और कहां ले जाए जा रही थी। हालांकि शराब के मामले में इस तरह की जांच हमेशा अधूरी रहती है क्योंकि शराब ठेकेदारों की होती है और शाम, दाम, दंड, भेद की नीति के चलते हर बार शराब ठेकेदार बच निकलते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह कि जिले का आबकारी विभाग कच्ची और हाथ भट्टी शराब पड़कर अपनी पीठ थपथपवा लेता है, लेकिन शराब ठेकेदारों की इस तरह की शराब की अधिकांश कार्यवाही पुलिस ही करती नजर आती है।
देवास में अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है समय-समय पर लोग शिकायतें भी करते हैं लेकिन यहां कोई बड़ी कार्रवाई करते कभी आबकारी विभाग नजर नहीं आता।

संपादक

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