महिला सेल्स ऑफीसर की लाखों रुपए की सैलरी नहीं दी
अनिल उपाध्याय
खातेगांव /देवास। रोजगार देने के नाम पर सखी स्वयं सहायता समूह के प्रबंधक विमल मीणा निवासी जूनापानीबुजुर्ग थाना हरणगांव ने थाना क्षेत्र की लगभग 400 महिलाओं से लाखों रुपए की चपत लगा दी,
महिला सेल्स ऑफिसर मनीषा पूजा, संध्या राजपूत, प्रेमा खंडेलवाल आदि ने पुलिस को बताया कि हम हरणगांव क्षेत्र में लगभग 15 सेल्स ऑफिसर कार्य कर रहे थी ! सेल्स ऑफिसर की सैलरी 6 से 8 हजार रुपए प्रति माह तक थी, लेकिन हमें अप्रैल माह से सैलरी नहीं दी गई, प्रत्येक सेल्स ऑफिसर को 60 महिलाओं को जोड़ना निशिचत था! इससे अधिक महिलाओं को जोड़ने पर इंसेटिव के रूप में 50 रूपए अलग से दिया जाता था !संस्था प्रमुख ने 200 से 12000 हजार रुपए तक स्वय के बैंक खाते में राशि जमा कराई, इसकी रसीद भी हमारे पास है महिलाओं को रोजगार का लालच दिया गया, महिलाओं ने बताया कि अब संस्था प्रमुख ने फोन उठाना भी बंद कर दिया है !मई माह में अजनास रोड स्थित खातेगांव के कार्यालय पर ताला भी लगा दिया वहां से सामान हटाकर फरार हो गया! सेल्स ऑफिसर महिलाओं ने बताया कि हमें अन्य महिलाए भी रूपए के लिए परेशान कर रही है !विमल मीणा ने हमें बताया था कि मैं बी एम (ब्लॉक मैनेजर )के पद पर ही! ओर अपनी संस्था का मुख्य कार्यालय इंदौर में हे! पता किया तो वहा पर इस नाम का कोई संस्था नहीं है! मामले में थाना प्रभारी संतोष वाघेला ने बताया कि महिलाओं का आवेदन प्राप्त हुआ है जिस पर कार्रवाई कर रहे हैं जैसे ही विमल मीणा पकड़ा जाता है हमें उनसे पूछताछ करेंगे,
उल्लेखनीय है कि सखी स्व सहायता समूह के प्रबंधक विमल मीणा के खिलाफ खातेगांव थाने पर भी अलग-अलग ग्रुपों में समूह से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं ने पुलिस को शिकायत करते हुए ठगी का आरोप लगाया व मीणा के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी! उधर विमल मीणा को जब खातेगांव में समूह से जुड़ी महिलाओं ने घेर लिया तो उसने बचने के लिए कई महिलाओं को चेक सौंप कर फरार हो गया, जब महिलाओं ने बैंक में चेक लगाया तो अधिकांश महिलाओं के चेक बाउंस हो गए अब ऐसी महिलाएं भी मीणा की तलाश कर रही है
