राम न बन सको कोई बात नहीं पर रावण का अंश मात्र भी न बनना -जैनाचार्य रत्नसुन्दरसूरीश्वर महाराज

50 साधु-साध्वियों के साथ राष्ट्र सन्त का 14 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद हुआ पदार्पण

सोमेश उपाध्याय.

Rai Singh Sendhav

बागली। प्रवचन में बहुत लोग आते हैं लेकिन लोग प्रवचन में नहीं आते महापुरुषों के आदर्शों को आत्मसात करना अंगीकार कर जीवन पथ पर सच्चाई और अच्छाई के साथ अग्रसर हो। उक्त विचार गांधी चौक बागली में आयोजित विशाल धर्मसभा मे सरस्वती लब्ध प्रसाद 300 से भी अधिक जीवन दर्शन धर्म पर लिखी गई किताबों के लेखक पूज्य आचार्य पद्म विभूषण श्रीमद् विजय रत्न सुंदर सुरेश्वर जी महाराज साहब द्वारा व्यक्त किए।

जैन संत ने हजारों की संख्या में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए उनसे संवाद स्थापित किया, जीवन को आशा आनंद उत्साह श्रद्धा का संचार कैसे किया जा सकता है। उस पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने आग राख खिचड़ी हलवा दीपक पांच उदाहरण देते हुए के 5 उदाहरण देते हुए महाभारत रामायण कालीन त्रेता द्वापर युग के प्रसंगों का प्रभावी चित्रण किया। उन्होंने कहा कि आग में घी डालने का काम रावण का था। आग में राख डालने का काम कुंभकरण का था तथा खिचड़ी में घी डालने का काम लक्ष्मण जी का था तथा भरत जी का काम हलवे में घी डालने का काम था और सर्वश्रेष्ठ कार्य मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी का था जिन्होंने अन्याय के के अंधकार को दूर करने के लिए दीपक मे घी डालकर उसे प्रज्वलित किया आचार्य भगवंत ने कहा कि वर्तमान में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इस धरा पर ऐसे कार्य हो रहे हैं। जिन्हें देखकर रावण को भी शर्म आ जाए उन्होंने कि आप राम नहीं बन सकते तो संकल्प लीजिए कि आप रावण नहीं बनेंगे। आपके आचरण व्यवहार भाषा से कोई आहत अपमानित नहीं हो। इस संबंध में आज से ही प्रयास करें तो धर्म सभा की सार्थकता रहेगी। उन्होंने कहा की मनी मेंटेन करने वाले बहुतेरे हैं लेकिन आज रिलेशन मेंटेन करने वालों की जरूरत है। प्रवचन सभा में हिंदू,मुस्लिम बोहरा सहित सभी धर्म समुदाय के लोगों की विशाल उपस्थिति देख नगर के सामाजिक समरसता और एक जुटता की प्रशंसा की। उन्होंने छोटे से नगर में भी गुरु भगवंतो के प्रति अपार हर्ष ,उल्लास और भक्तिभाव का उल्लेख करते हुए कहा की आपने एक रुपए की लाटरी के बदले एक करोड़ का इनाम जीतने जैसा पुण्य लाभ ले लिया। आचार्य श्रीने प्रवचन में दी गई सीख को आचरण और व्यवहार में उतारने के लिए दिन भर में कम से कम एक घंटे क्रोध न करना और कटुवचन न बोलने के प्रत्याखान भी दिलाए। बागली श्वेतांबर जैन श्री संघ द्वारा महाराज साहब का वंदन किया। चार दिवसीय प्रवचन श्रृंखला में 50 से भी अधिक संत साध्वी मंडल के साथ महाराज श्री ने नगर में मंगल प्रवेश किया। नगर वासियों द्वारा स्वागत द्वार वंदनवार सजाकर उनका अभिनंदन करते हुए अगवानी की ।जैन महिला मंडल ने हाथों मे मंगल कलश धारण कर जुलूस में अगवानी की । प्रवचन के पूर्व श्री जैन श्रीसंघ ने आचार्यश्री को सामूहिक रूप से कांबली अर्पण एवं गुरुपूजन का लाभ लिया।श्वेता नाहर,सीमा बोथरा,कीर्ति बम ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। जयंती नाहर एवं सुनील बम ने बताया की चार दिवसीय प्रवचन माला मे सोमवार को प्रातः 9.30 बजे गांधी चोक में प्रवचन होंगे।धर्म सभा का संचालन विनय बोथरा द्वारा किया गया।

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