शहर की छोटी पड़ी सड़के, जगह-जगह अभूतपूर्व स्वागत…
कलश यात्रा निकालकर 5 मंदिरों में स्थापित किये कलश…
देवास। किन्नर समाज ने देवास में ऐतिहासिक पेशवाई निकाली। इस पेशवाई में देश भर से आए करीब 4000 किन्नरों ने शिरकत की। नेपाल तथा दुबई जो भी यहां किन्नर आए हैं। शहर में निकली किन्नरों की पेशवाई का वैभव अभूतपूर्व नजर आया। देवास में 38 साल के बाद यह पहला मौका था जब किन्नरों का यहां इतना बड़ा उत्सव देखने को मिला। पेशवाई में सिर पर कलश रखे 5 किन्नर चल रही थी जिन्होंने शहर के प्रमुख मंदिरों पर कलश स्थापित किए साथ ही तीन बत्ती चौराहे पर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज के चिल्ले पर चादर पेश की। किन्नरों की पेशवाई देखने के लिए सारा शहर उमड़ पड़ा, शहर में जगह-जगह पेशवाई में चल रहे सभी महामंडलेश्वरों का स्वागत किया गया।

आपको बता दें देवास में किन्नर समाज का अखिल भारतीय सम्मेलन चल रहा है। सम्मेलन में शिरकत करने के लिए देश भर के किन्नरों का यहां जमावड़ा है। किन्नर समाज ने आज शहर में पेशवाई निकाली। इंदौर से बैंड बुलाया गया, वहीं कई अलग-अलग शहरों से बग्घियां बुलाई गई थी। आगे आगे ऊँट चल रहे थे। बग्घियों मैं देश भर से आए सभी छह महामंडलेश्वर सवार थे।
नाचते-गाते जुलूस के रूप में चल रहे किन्नरों का उत्साह देखते ही बनता था। लोग स्वागत कर रहे थे, और किन्नर उन्हें आशीष दे रहे थे। किन्नरों की पेशवाई देखने के लिए लगभग सारा शहर उमड़ पड़ा। शहर की सड़कों में पैर रखने की जगह नजर नहीं आ रही थी। शहर के प्रमुख मंदिर खेड़ापति सरकार, श्रीराम जवेरी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, चरण दास मंदिर में कलश के साथ घंटी चढ़ाई गई। खेड़ापति मंदिर में महामंडलेश्वर को गुड़ से तौला गया।
पेशवाई में शामिल 108 महंत आचार्य महामंडलेश्वर शोभा हलदर ने TIMES MP न्यूज़ से विशेष बातचीत करते हुए बताया कि पेशवाई के बाद यह लोग इलाहाबाद कुंभ के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो ट्रांसजेंडर बिल लाया जा रहा है, उसमें तमाम विसंगतियां हैं। उन्हें अगर दूर नहीं किया गया, तो उनका समाज उसे मान्य नहीं करेगा, तथा दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।