अब भोपाल से जल्द हटेंगी झुग्गियां…

स्लम फ्री बनाने के लिए 6000 बस्तियों को चिन्हांकित किया…

सबसे पहले वल्लभ भवन के आस पास से झुग्गी हटाने की तैयारी…

भोपालः मध्य प्रदेश को झुग्गी मुक्त बनाने का काम यानी डॉ मोहन यादव का प्लान अब जमीन पर उतरते दिखाई देने लगा है। इसकी शुरुआत राजधानी भोपाल से की जा रही है और प्रशासन ने सबसे पहले राज्य सचिवालय वल्लभ भवन के आसपास के क्षेत्र से झोपड़ियों को हटाने की तैयारी शुरू कर ली है। भोपाल जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम मिलकर पहले चरण के तहत करीब 40 एकड़ क्षेत्र से झुग्गियां हटाएगा।
हालांकि किसी भी व्यक्ति को सड़क पर नहीं लाया जाएगा, विस्थापित लोगों को मकान बना कर दिया जाएगा। इनको पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के माध्यम घर दिए जाएंगे। उसके बाद ही उनकी झुग्गियां हटाई जाएगी। अगले 3 महीने में भोपाल से झुग्गियां हटना शुरू हो जाएगी।

Rai Singh Sendhav

यहां से होगा पहला चरण

पहले चरण के तहत वल्लभ भवन के आसपास हजारों की संख्या में फैली हुई झुग्गियां को हटाया जाएगा। भोपाल जिला प्रशासन के अनुसार यह पूरा काम पीपीपी मोड यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर किया जाएगा। कंपनी लोगों को 6000 से ज्यादा मकान/फ्लैट बना कर देगी। इसके बाद वल्लभ भवन के आसपास 8 से 9 बस्तियों को खाली कराया जाएगा।
इसके बाद भोपाल के अन्य क्षेत्रों की झुग्गियों को हटाने का काम शुरू किया जाएगा। आपको बता दें कि करीब 3 महीने पहले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बैठक ली थी। इसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि भोपाल को झुग्गी मुक्त बनाना है। इसके बाद शहर के आसपास हजारों की तादाद में बनी झुग्गियों को हटाने के लिए शासन ने प्लान बनाया था।

झुग्गी वाले प्रमुख इलाके

बता दें कि भोपाल के प्रमुख इलाके रोशनपुरा, राजभवन के पास करीब 17 एकड़ में फैली बस्ती, बाणगंगा, पंचशील, नया बसेरा, संजय नगर, गंगा नगर, बापू नगर, शबरी नगर, ओम नगर, दामखेड़ा, उड़िया बस्ती, नई बस्ती, मीरा नगर,भीमनगर, विश्वकर्मा नगर झुग्गी बस्तियां हैं। राहुल नगर, दुर्गा नगर, बाबा नगर, अर्जुन नगर जैसी सैकड़ों झुग्गी बस्तियां हैं।

कितने एरिए में कितनी है संख्या

गौरतलब है कि रोशनपुरा में करीब 17 एकड़ में 35000 नागरिक रहते हैं। बाणगंगा के 48 एकड़ एरिया में करीब 35000 लोग रहते हैं। शहर की प्रमुख झुग्गी की बात करें तो बाग सेवनिया के 16 एकड़ में 30000 नागरिक रहते हैं। विश्वकर्मा नगर में 6 एकड़ में 30000 नागरिक, अन्ना नगर के 51 एकड़ में 25000 नागरिक, भीम नगर में 72 एकड़ में 8000 नागरिक, मदर इंडिया में 49 एकड़ में 4000 नागरिक, शहीद नगर में 29 एकड़ में 2000 नागरिक रहते हैं। इन सभी के क्षेत्रफलों को मिलाया जाए तो करीब 400 एकड़ में झुग्गियां खड़ी हैं।

संपादक

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