सरकारी स्कूलों के हालात बदहाल, कैसे पढ़े नौनिहाल

देवास। जहां एक ओर शासन द्वारा बच्चों को शासकीय विद्यालयों में पढ़ाई के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर देवास में स्थित शासकीय स्कूल खस्ता हालत में है। कहीं पर लाइट के तार झूल रहे है तो कहीं पंखे बंद है तो कहीं पर छतों से पानी टपक रहा है, तो कही पर छत ही जीर्ण क्षीर्ण हालत में है।

Rai Singh Sendhav

सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमनगर पार्ट 2 निवासी गोपाल अग्रवाल ने बताया कि शासकीय माध्यमिक शाला जवाहर नगर में छतों से बारीश के दिनों में पानी टपक रहा है। जिससे विद्यार्थियों को बैठने व पढाई करने में काफी समस्या होती है। कई विद्यालयों में निर्माण कार्य प्रगति पर है जो कि कछुआ चाल की तरह चल रहा है। इसी प्रकार नगर निगम सीमा में आने वाले कई शासकीय स्कूलों की हालत भी खस्ता हालत में है। जिससें शासन की छवि खराब हो रही है। अभिभावक अपने बच्चों को निजी विद्यालयों में पढाई के लिए भेजने को मजबूर है। शासकीय माध्यमिक शाला बिलावली का कार्य करीब 1 साल से लंबित है जो आधा-अधूरा पडा हुआ है। इसी तरह की स्थिति शासकीय माध्यमिक शाला बिंजाना देवास एवं शासकीय प्राथमिक शाला बावडिया की है। श्री अग्रवाल ने समस्त शासकीय विद्यालयों की हालत पर चिंता जाहिर करते हुए शीघ्र दुरुस्तीकरण की मांग हेतु मुख्य सचिव मप्र शासन भोपाल, स्कूल शिक्षा विभाग मप्र शासन भोपाल, नगरीय प्रशासन मप्र शासन भोपाल, स्थानीय शासन एवं प्रशासन देवास मध्यप्रदेश और राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग भारत सरकार नईदिल्ली को भी पत्र लिखा है।

संपादक

+ posts
Enable Notifications OK No thanks